करनाल। जापान के टोक्यो शहर में आयोजित ओलिपिंक में भाला फेंक में गोल्ड मेडल लेकर देश की आन, बान, शान बढ़ाने वाले पानीपत के ओलिपिंयन नीरज चोपड़ा के पैतृक गांव खनरा में घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने उनके परिजनों से मुलाकात कर उनके गर्वित परिजनों को बधाइयां और ढेरो शुभकामनाएं दीं। उन्होंने परिजनों से ओलपिंयन में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा के बचपन से लेकर ओलपिंयन तक के सफर पर ना केवल चर्चा की बल्कि ये भी जानने का प्रयास किया कि इस दौरान नीरज और उनके परिजनों को किन किन कठिनाइयों से गुजरना पड़ा, उन्होंने कैसे समय-समय पर नीरज का मनोबल बढ़ाया।
नीरज चोपड़ा के दादा धर्म सिंह चोपड़ा, पिता सतीश चोपड़ा, चाचा भीम सिंह चोपड़ा, सुरेंद्र सिंह चोपड़ा, सुल्तान सिंह चोपड़ा से उन्होंने नीरज चोपड़ा के खेल व उनके बचपन से लेकर अब तक के जीवन की छोटी छोटी बातों को बहुत गहरे से सुना और उसे युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया। परिजनों को उन्होंने गुलदस्ते भेंट कर मिठाई बांटी और सभी को शॉल उढाकर सम्मानित किया।
विधायक हरविंद्र कल्याण भावभीने स्वर में बोले, नीरज चोपड़ा ने सही मायनों में इतिहास रचा है, हम सभी देशवासियों को उस पर नाज है। भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा ने ट्रैक एंड फील्ड में भारत को गोल्ड मेडल का जो सम्मान दिलाया है, इस अतुलनीय योगदान से देश गर्वित है, इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। कल्याण ने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने ओलपिंक के दौरान हमारे खिलाड़ियों का समय समय पर बातचीत कर खिलाड़ियों के साथ साथ उनके परिजनों का भी मनोबल बढ़ाया है।
भाजपा सरकार ने देश व प्रदेश के खिलाड़ियों का हमेशा मनोबल बढ़ाकर उन्हें प्रोत्साहित करने का काम किया है। विधायक हरविंद्र कल्याण बोले, ओलपिंयन नीरज चोपड़ा के घर जाकर बहुत अच्छा लगा, जिस तरह से ये परिवार संयुक्त रूप से रहकर अपने बच्चों को देश सेवा के लिए प्रेरित कर उन्हें तैयार कर रहा है, ये अपने आप में एक मिसाल है। नीरज चोपड़ा युवाओं के लिए आदर्श है, प्रेरणा हैं और आगे बढ़ने की शक्ति हैं।
युवा नीरज चोपड़ा से सीख लेकर मेहनत करेंगे तो वे हर क्षेत्र में अपने परिवार, गांव, प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकते हैं। मौके पर संजय खैंची, धीरज खरकाली, सरपंच पवन स्टौंडी, घरौंडा मंडल अध्यक्ष सुभाष कश्यप, सत्यवान सरपंच महमदपुर, जयराज सरपंच बजीदा जाटान सहित कई अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।