जीन्द किसानों के धरने पर पहुंचे पूर्व CM ओमप्रकाश चौटाला को किसानों ने नहीं दिया बोलने ,चौटाला माईक मांगते रह गए लेकिन किसानों ने बोलने के लिए नहीं दिया माईक
आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता सतबीर पहलवान का कहना जाते जाते चौटाला गुस्से में उसके पांव पर डोगा भी मार गए
जीन्द में किसानों के धरने पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को किसानों ने बोलने का मौका नहंी दिया। ओमप्रकाश चौटाला माईक मांगते रह गए लेकिन किसानों ने बोलने के लिए माईक नहीं दिया।
ओमप्रकाश चौटाला आज किसानों को संबोधित करने के लिए जीन्द के खटकड़ टोल प्लाजा पहुंचे। जब ओम प्रकाश चौटाला ने किसानों केा संबोधित करने के लिए माईक मांगा तो किसान नेताओ ने उन्हें माईक नहीं दिया। ओम प्रकाश चौटाला ने कईं बार माईक मांगा लेकिन किसानों ने माईक नहीं दिया। एक बार तो चौटाला ने यह तक भी कहा कि एक सैंकेण्ड के लिए माईक दे दो लेकिन फिर भी किसानों ने माईक नहीं दिया। गुस्से से भरे ओम प्रकाश चौटाला किसानों के धरने से बैंरग लौटने पर मजबूर हुए। जब मीडिया ने उनका वर्जन लेना चाहा तो चौटाला ने उन पर भी अपना गुस्सा दिखाया। कहा वहां तुम क्यों नहीं बोले, अब यहां आए हो।
उधर आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता सतबीर पहलवान का कहना जाते जाते चौटाला गुस्से में उसके पांव पर डोगा भी मार गए। किसान नेताओं का कहना कि उन्होंने आंदोलन के शुरू से ही यह फैसला लिया हुआ है कि कोई भी राजनेता यहां माईक से नहीं बोलेगा। किसान नेताओं का यह भी कहना है कि अगर हम राजनीतिक आदमियों को माईक देने लेगे तो हजारों राजनीति मेंढ़क यहां कूद जाऐंगे और उनका आंदोलन फेल हो जाएगा।
इनैलो सुप्रीमों ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि किसानों को हम समर्थन देने नहीं जा रहे हैं हमने तो शुरुआत की थी। इंडियन नेशनल लोकदल ने तो शुरुआत से किसानों को समर्थन दे रखा है ! मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि इस आंदोलन में 36 जात के लोग शामिल है ! जो सरकार लोगों में जात पात का जहर घोलने का काम कर रही थी । उस सरकार के मुंह पर तमाचा है । किसान आंदोलन पर बोलते हुए ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि निश्चित तौर पर किसानों की बात को सरकार को मानना होगा । ऐलनाबाद चुनाव पर पार्टी किसको चेहरा बनाएगी इस पर पार्टी फैसला करेगी !