December 25, 2024
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Live – देखें – अभय चौटाला ने भतीजे व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर की टिप्पणी ,वही कैमला झड़प व तोड़फोड़ मामले में CM खट्टर को ठहराया जिम्मेवार ,देखें Video – Share News

इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने आज किसान आंदोलन के समर्थन व कृषि कानूनों के विरोध में अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को भेजा है। इसके साथ ही अभय चौटाला ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी तल्ख टिप्पणी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। यहां तक कि अभय ने दुष्यंत को देवीलाल का रूप नहीं बल्कि भूत होना बता दिया।

अभय चौटाला ने कहा कि वे चौधरी देवीलाल के वंशज हैं। चौधरी देवीलाल ने भी प्रधानमंत्री के पद का त्याग कर दिया था। आज किसानों के मुद्दे को लेकर उन्होंने भी विधायक से इस्तीफा दे दिया है। एक सवाल के जवाब में अभय चौटाला ने अपने भतीजे और सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जो लोग आज भाजपा सरकार से चिपके बैठे हैं और खुद को चौधरी देवीलाल का वंशज बताते हैं वे वास्तव में चौधरी देवी लाल के रूप नहीं भूत हैं।

किसानों की मांगे मानें अन्यथा इस्तीफा करें मंजूर
वहीं इस्तीफे में अभय चौटाला ने स्पष्ट किया है कि 26 जनवरी तक केंद्र सरकार किसानों की मांगे माने अन्यथा 27 जनवरी को उनका इस्तीफा मंजूर किया जाए। अपने निर्वाचन क्षेत्र ऐलनाबाद के गांव बरासरी में ग्रामीणों के बीच मौजूद अभय सिंह ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित अपने भतीजे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व चाचा बिजली मंत्री रणजीत सिंह पर भी हमला बोला। विधायक अभय चौटाला ने करनाल के कैमला गांव में हुए घटनाक्रम को लेकर मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया।

मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज हो मुकदमा
अभय चौटाला ने करनाल के गांव कैमला गांव की घटना के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए ही मुख्यमंत्री दूसरे किसान नेताओं का नाम ले रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि किसानों ने करनाल के उपायुक्त को पहले ही विरोध करने की सूचना दे दी थी। मुख्यमंत्री को अपना कार्यक्रम स्थगित करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज पुलिस ने नहीं किया बल्कि किसानों पर भाजपा के बदमाश नेताओं ने पुलिसकर्मियों से डंडे लेकर बरसाए।

इनेलो नेता अभय चौटाला ने विधानसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी , कहा- 26 जनवरी तक नहीं वापस हुए कृषि कानून, तो इस्तीफा समझें

किसानों के समर्थन में अभय चौटाला ने सौंपा अपना इस्तीफा

कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफे का दौर जारी है। अब हरियाणा के इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lokdal) के नेता अभय सिंह चौटाला (Abhay Singh Chautala) ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अभय चौटाला ने हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को एक भेजी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता तो इसे उनका त्यागपत्र समझा जाए।अभय चौटाला ने अपनी चिट्ठी में 26 जनवरी तक का वक्त दिया है। उन्होंने कहा कि यदि 26 जनवरी तक केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा नहीं कि तो हरियाणा विधानसभा इसे उनका इस्तीफा समझें। यही नहीं, अभय चौटाला ने इस चिट्ठी के बाद यह भी दावा किया कि एक बार उनका इस्तीफा मंजूर हुआ तो हरियाणा विधानसभा से इस्तीफे की लाइन लग जाएगी।

अभय चौटाला ने अपने इस्तीफे के फैसले को चौधरी देवीलाल की विरासत का रखवाला बताया है। उनका कहना है कि ग्रामीणों ने उनसे कहा है कि यह फैसला सही मायने में चौधरी देवीलाल की विरासत आगे बढ़ानेवाला है, क्योंकि चौधरी देवीलाल भी जनता और किसानों के साथ हमेशा रहे हैं। और जब भी इनके विरोध में कोई फैसला लिया गया है तो हमेशा अपना इस्तीफा दिया था।

उनका कहना है कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच आठ दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक सरकार कानून वापस लेने के रूख में नजर नहीं आ रही है। ऐसे में विधानसभा में मेरी मौजूदगी का मुझे कोई महत्व नहीं नजर आता। चौटाला ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से ऐसी भयंकर ठंड और बारिश में भी किसान अपनी मांगों को डटे हुए हैं। जब पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना हो तो जीएसटी में तो संशोधन कर दिया जाता है, लेकिन किसानों की मांग पर सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। देखें – Live , Share Video

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