- जन्मदिन की पार्टी देने के बाद दुनिया को अलविदा कह गया घर का इकलौता बेटा , नहर में डूबा हुई मौत ,देखें पूरी खबर
- 12वीं की नॉन मैडिकल परीक्षा में ली थी मैरिट , करनाल तरावड़ी के गांव नड़ाना का रहने वाला था छात्र
करनाल के तरावड़ी के 12वीं की नॉन मैडिकल की परीक्षा में मैरिट में कब्जा जमाने वाला गांव नड़ाना निवासी 18 वर्षीय अजय जन्मदिन की पार्टी देने के बाद दुनिया को अलविदा कह गया। 30 सितम्बर को अजय का जन्मदिन था, रात को घर पर परिजनों और दोस्तों के साथ उसने पार्टी की ओर जन्मदिन सैलीब्रेट किया, लेकिन 1 अक्तूबर की सुबह करीब पौने-8 बजे वह भाखड़ा नहर के पास जब दौड़ लगाने के लिए जा रहा था तो पता चला कि वह नहर में डूब गया है।
आनन-फानन में सूचना मिलते ही परिजन भाखड़ा नहर की तरफ दौड़े। गांव के जिन युवकों को तैरना आता था, उन्होंने भी नहर में करीब दो घंटे कड़ी मशक्कत की, लेकिन नहर में डूबे 18 वर्षीय अजय का कहीं भी कोई सुराग नही लग पाया था। तरावड़ी थाना प्रभारी सचिन समेत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की मदद से मधुबन से बुलाए गए गोताखोर अक्सीजन के सिलैंडर लेकर भाखड़ा नहर के पानी में उतरे और कुछ ही देर में अजय का शव भाखड़ा नहर से बरामद किया।
गांव के होनहार छात्र अजय का शव देखकर प्रत्येक ग्रामीणों की आंखें नम दिखाई दी। पुलिस ने मृतक अजय के शव को कब्जे में लेकर करनाल के कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज में मर्चरी हाऊस में पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया।
हाथ-पैर धोते समय फिसला पांव :- ग्रामीणों के अनुसार गांव नड़ाना निवासी अजय जब सुबह के समय नहर के पास दौड़ लगा रहा था तो वह हाथ-पैर धोने के लिए नहर के किनारे पर चला गया, लेकिन अचानक उसका पैर फिसल गया, जिससे वह नहर में डूब गया। आसपास से जा रहे एक युवक ने उसे डूबते हुए देखा, लेकिन उसे तैरना नही अाता था, उसने गांववासियों को सूचना दी।
सूचना मिलते ही गांववासी पहुंचे और उसे ढूंढने के लिए नहर में कूद गए, लेकिन नहर में डूबने से उसकी मौत हो चुकी थी। जिस जगह पर छात्र अजय डूबा, वहां से आधे किलोमीटर ऐरिया के बाद उसका शव भाखड़ा नहर से मिला।
रात को थी खुशियां, सुबह छा गया मातम :- रात को 18 वर्षीय अजय के जन्मदिन को लेकर घर में एक पार्टी थी, जिसमें उसने सभी दोस्त और रिश्तेदार भी बुलाए हुए थे। छात्र अजय के जन्मदिन के अवसर पर परिजनों व रिश्तेदारों में खुशी का माहौल था, लेकिन रात के बाद सुबह का उजाला अजय के परिजनों के लिए मातम लेकर आया। छात्र अजय की मौत के बाद माहौल गमगीन हो गया। एक तरफ जहां परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था, वहीं गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई थी।