- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर करनाल केएससीएल की ओर से की गई एक अच्छी शुरूआत,
- प्रोजेक्ट में शामिल कार्यों को लेकर सांसद,
- भाजपा जिला प्रधान, मेयर व पार्षदों को दी ब्रिफिंग,
- पैन सिटी की परियोजनाओं पर काम शुरू, सभी वार्डों में होंगे विकास कार्य,
- करनाल बनेगा स्मार्ट
स्मार्ट सिटी में कौन-कौन से प्रोजेक्ट और क्या-क्या काम होंगे, जन प्रतिनिधियों को उनसे इत्तेफाक करवाने के लिए, करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ एवं उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने गुरूवार को लघु सचिवालय के सभागार में एक बैठक आयोजित कर उसमें सांसद संजय भाटिया, भाजपा जिला प्रधान जगमोहन आनन्द, महापौर रेणु बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला व सभी वार्ड पार्षदों को आमंत्रित कर ब्रिफिंग दी।
बैठक में मौजूद पार्षदो ने अपने-अपने वार्डों में अतिरिक्त पार्क, पेयजल के नलकूप, सीवरेज की सफाई और लाईटों की व्यवस्था जैसे कई सुझाव दिए, जो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किए जाएंगे।
सीईओ निशांत कुमार यादव ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कामो को लेकर जन प्रतिनिधियों को मालूम होना चाहिए, क्योंकि कार्य भी उनके वार्डों से सम्बंधित है। शुरूआत में करीब तीन, साढे तीन सौ करोड़ के काम होने हैं, जिनको मुख्यमंत्री हरियाणा की ओर से हरी झण्डी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के यूं तो 57 प्रोजेक्ट हैं, जिनमें 40 ए.बी.डी. के और 17 पैन सिटी से सम्बंधित हैं।
ए.बी.डी. के लिए 720 एकड़ का एरिया लिया गया था, फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मागदर्शन किया कि एक ही जगह इतनी धनराशि लगाने का कोई फायदा नहीं है, बल्कि पैन सिटी में ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट लिए जाएं, ताकि समूचे शहर के लोगों को सुविधा मिले। नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी से जुड़े ऑडिटोरियम, सांझी साईकिल, सिटी बस सर्विस, स्मार्ट रोड, स्मार्ट क्लासिस व सी.सी.टी.वी. कैमरे इंस्टाल करने जैसे कार्य पहले ही कम्पलीट कर लिए थे।
अब नावल्टी रोड पर फुटपाथ व नालों का सुदृढ़ीकरण तथा सड़क का नवीनीकरण, एल.ई.डी. लाईटें, बैंचों की व्यवस्था जैसे कार्य चल रहे हैं। रेलवे रोड पर नेकी की दीवार बनाई जानी है, इस पर भी काम शुरू हो गया है।
उन्होंने बताया कि इनके अतिरिक्त जुलाई में ही स्मार्ट स्ट्रीट लाईट, स्मार्ट वाटर सप्लाई, वेल्नेस टे्रल (ओपन एयर जिम व ध्यान स्थल), वॉकिंग स्ट्रीट, निगम क्षेत्र में सरकारी स्कूलो को स्मार्ट बनाना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट तथा फाकेड इम्प्रूवमेंट (बाजार में किसी जगह का चुनाव करके उस पर एक ही तरह का कलर पेंट कर सुंदर बनाना) के कार्य शुरू होने हैं।
सरकार की ओर से इनकी अप्रूवल प्राप्त हो गई थी। दूसरी ओर पुराने नगर निगम कार्यालय, पुरानी सब्जी मंडी में पार्किंग स्थल जैसे कार्य नगर निगम अपने फंड से करेगा।
उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी में आई.सी.सी.सी. का 158 करोड़ का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। नगर निगम के नए भवन का द्वितीय तल इसके लिए रखा गया है, जल्द ही इस पर काम शुरू होने जा रहा है। वैसे नए भवन की कम्पलीशन आगामी मार्च 2021 तक होने की उम्मीद है, जिसमें नगर निगम का कार्यालय शिफ्ट होगा। इसमें जनता के आने व बैठने की सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
आई.सी.सी.सी. से, आई.टी. आधारित सारे प्रोजेक्ट सम्बद्घ होंगे। मसलन कहीं भी एल.ई.डी. लाईट खराब होगी, जी.पी.एस. सिस्टम से उसका पता लग जाएगा, 24 घण्टे में ठीक नहीं तो पेनेल्टी लग जाएगी। इसी प्रकार स्काडा के तहत पेयजल सप्लाई को दुरूस्त रखा जाएगा। सी.सी.टी.वी. कैमरों की वर्किंग भी सुनिश्चित रहेगी। उन्होंने बताया कि नावल्टी रोड के कार्यों पर 12 लाख रूपये की राशि खर्च होगी।
सारे शहर में मौजूदा बिजली खम्बों पर एलईडी स्ट्रीट लाईट के करीब 25 हजार प्वाईंट होंगे, यानि हर 10 मीटर पर लाईट होगी, जहां जरूरत होगी वहां नए खम्बे लगाए जाएंगे। सिस्टम के अनुसार एक जगह से पूरे शहर की लाईट बंद व जलाई जा सकेगी। लाईट को लेकर हर तरह की दिक्कत सी.सी.एम.एस. से जुड़ी होगी। पेयजल के सभी नलकूप ऑटोमेटिक होंगे, जहां-जहां पानी की पाईप लाईन नहीं है, नई बिछाई जाएगी।
शहर के सभी पार्कों में ओपन एयर जिम के उपकरण लगेंगे, चार नए पार्क भी बनाए जाएंगे। हाईवे पर जहां-जहां स्टोपेज हैं, वहां यात्रियों के लिए छोटे शैड व ब्यूटीफिकेशन के कार्य होंगे। शहर की 30-40 सड़कों को सुंदर बनाया जाएगा। तीस रेन वाटर हार्वेस्टर बनाए जाएंगे, 5 साल तक मेन्टेनेंस का जिम्मा कम्पनी का रहेगा। सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को सुदृढ़ बनाने के लिए 40 नए टिप्पर खरीदे जाएंगे तथा 6 जगहों पर डम्पिंग स्टेशन बनाकर कूड़े-कचरे की सैग्रीगेशन की जाएगी।
एक सुपर सकर मशीन खरीदेंगे। मृत पशुओं को डिस्पोज करने के लिए एल.पी.जी. आधारित प्रोजेक्ट बनेगा। शहर के सभी टॉयलेट सुलभ कम्पनी को हैंडओवर करेंगे। पांच लोकेशन पर नए टॉयलेट भी लगाए जाने हैं। नए प्रोजेक्ट में कर्ण लेक को टूरिस्ट हब व डब्ल्यू.जे.सी. के एक किनारे पर पिकनिक स्पॉट बनाना है।
शहर में करीब साढे 10 किलोमीटर अंडर ग्राउण्ड वायरिंग होगी, जिसे स्मार्ट सिटी के खर्चे पर विद्युत विभाग करेगा। इन सभी प्रोजेक्ट्ïस की जानकारी देने के बाद उपायुक्त ने सभी पार्षदों से कहा कि वे अपने-अपने सुझाव दें, ताकि उन्हें भी स्मार्ट सिटी में शामिल किया जाए।
सांसद संजय भाटिया ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन की सराहना करके सभी पार्षदों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि करनाल में स्मार्ट सिटी के कार्य शुरू हो गए हैं और अपने-अपने वार्डों में विकास को लेकर सभी पार्षद जागरूक हैं। उन्होंने मीटिंग को अच्छी शुरूआत बताकर पार्षदों से कहा कि सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड से सम्बंधित विकास कार्यों की सूची बनाकर सीईओ को दे दें, जो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किए जाएंगे। पैसे की चिंता ना करें। ऐसे कार्य बताएं, जिनका लम्बे समय तक जनता को फायदा होगा।
महापौर रेणु बाला गुप्ता ने भी सांसद की ताईद करते हुए सभी पार्षदों से कहा कि वार्डों में अच्छे से विकास हो, इसके लिए सभी पार्षदों की जवाबदेही रहती है। स्मार्ट सिटी का अच्छा मौका है, अपने-अपने वार्डों की स्ट्रक्चर आधारित प्रपोजल बनाकर दे दें, ताकि सभी वार्डों का एक समान विकास हो और लोगों का जीवन स्तर ओर बेहतर बन सके। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर कामो की शुरूआत करवाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया।
बैठक में उपायुक्त के निर्देश पर पीएमसी ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन से पहले बताया कि वर्ष 2015 में इंडिया स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 100 शहरों का चयन करके उन्हें स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया गया था। मकसद था कि स्मार्टनेस से लोगों का जीवन स्तर अच्छा हो। फिर 2015 से 2020 के बीच कुछ प्रावधान हुए, जिसमें हुआ यह कि क्वालिटी ऑफ लाईफ के साथ-साथ इंटरवैंशन को कैसे बेहतर किया जा सकता है।
हरियाणा के फरीदाबाद व करनाल स्मार्ट सिटी के लिए चुने गए थे, लेकिन गुरूग्राम को भी इन्ही की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। क्योंकि केन्द्र सरकार ने कहा था कि राज्य स्मार्ट सिटी की तर्ज पर अपने शहरों को स्मार्ट बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि करनाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 500 करोड़ रूपयें केन्द्र सरकार, 500 करोड़ हरियाणा सरकार और 170 करोड़ पीपीपी मोड पर खर्च किए जाएंगे।
पार्षदो के सुझाव, किसने क्या कहा-
वार्ड 15 के पार्षद युद्घवीर ने कहा कि ओल्ड सिटी में भी जरूरत अनुसार पानी की पाईप लाईन बिछाई जाएं। सिस्टम को हॉट लाईन से जोड़ा जाए। खेल सुविधाएं दी जाएं।
वार्ड 4 के पार्षद प्रतिनिधि भोपेन्द्र नौतना ने कहा कि नलकूपों की स्थापना पूरे शहर में की जाए व उनके वार्ड में नए पार्क बनाए जाएं।
वार्ड 10 के पार्षद वीर विक्रम ने कहा कि कर्ण लेक व डब्ल्यू.जे.सी. तथा शहर में स्मार्ट कार्यों से यह शहर पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बन सकता है।
वार्ड 14 के पार्षद रामचन्द्र काला ने कहा कि उनके वार्ड में उपलब्ध खाली पड़ी करीब साढे 7 एकड़ में पार्क व स्पोट्ïस कॉम्पलैक्स बनाया जाए।
वार्ड 6 के पार्षद पति राजेन्द्र सिरसी ने कहा कि उनके वार्ड में नालों की सफाई व लेवल ठीक करके पानी निकासी का हल किया जाए।
वार्ड 13 के पार्षद ईश गुलाटी ने कहा कि नावल्टी रोड की तरह सदर बाजार, हांसी रोड तक सड़क का सौंदर्यकरण भी किया जाए।
वार्ड 19 के पार्षद राजेश अग्घी ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में लाईन पार एरिया को भी तवज्जो दी जाए। काछवा रोड पर स्थित मंदिर वाले एरिया को डव्लप किया जाए।
वार्ड 8 की पार्षद मेघा भंडारी ने कहा कि ग्रीन बेल्ट में ओपन एयर जिम व स्मार्ट स्कूलो में मिड डे मील के लिए किचन बनाई जाएं।
वार्ड 9 के पार्षद मुकेश अरोड़ा ने कहा कि नालों की सफाई के लिए सुपर सकर मशीन जल्द खरीद ली जाए। विकास के नाम पर सड़कों को बार-बार ना तोड़ा जाए, कोई मैकेनिजम हो। नए टिप्पर खरीद में मेन्टेनेन्स का खर्च भी शामिल हो। पूरे शहर की वायरिंग बदली जाए। इंडोर स्टेडियम बनाए जाएं।
वार्ड 7 के पार्षद सुदर्शन कालड़ा ने कहा कि मेरठ रोड का नवीनीकरण किया जाए।
बैठक में वार्ड-2, 3 व 18 को छोड़कर शेष सभी वार्डों के पार्षद उपस्थित रहे।