उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि अनाज मंडियों से गेहूँ के उठान में खरीद एजेंसी तेजी लाएं और जो ट्रांसपोर्टर लापरवाही बरतता है, उसकी पेमेंट रोकी जाए। गेहूँ के उठान में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त सोमवार को नीलाखेड़ी अनाज मंडी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे और गेहूँ के उठान में हो रही देरी के बारे में मंडी सचिव और खरीद एजेंसी हैफेड के मैनेजर से जानकारी ली। इस पर उन्होंने बताया कि गत दिवस बारिश की वजह से उठान नहीं हो पाया, इसके अलावा यहां की गेहूँ करनाल स्टोरेज के लिए जा रही है और ट्रांसपोर्टर इस कार्य में आनाकानी कर रहा है।
उपायुक्त ने इस मौके पर उपस्थित एसडीएम करनाल को निर्देश दिए कि सम्बंधित ट्रांसपोर्ट की अगर लापरवाही नजर आए, तो उसकी पेमेंट रोकी जाए और यहां के गेहूँ उठान का जल्द से जल्द पूरा करवाएं।
इस अवसर पर हैफेड के मैनेजर उधम सिंह ने कहा कि अगले 1-2 दिन में ही मंडी से गेहूँ का उठान अवश्य करवा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अब भी हर रोज 4 से 5 किसान मंडियो में गेहूँ लेकर आ रहे हैं और उनकी गेहूँ खरीदी जा रही है।
इस अवसर पर एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक, मंडी सचिव जय प्रकाश, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप कुमार, पूर्व प्रधान सुरेन्द्र शर्मा, इंस्पैक्टर विरेन्द्र सिंह सहित अन्य आढ़ती व किसान उपस्थित रहे।
दूसरी ओर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला की विभिन्न मंडियो में अब तक 38733 किसानो से कुल 66 लाख 45 हजार 406 क्विंटल गेहूँ की आवक हुई, जिसे सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया। उन्होंने मंडीवार गेहूँ की आवक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि असंध मंडी में 6875 किसानो से 12 लाख 30 हजार 870 क्विंटल, नीलोखेड़ी में 1023 किसानों से 98 हजार 342 क्विंटल, निसिंग में 4664 किसानों से 8 लाख 72 हजार 071 क्विंटल, इंद्री में 5160 किसानों से 6 लाख 70 हजार 760 क्विंटल, घरौंडा में 4542 किसानों से 8 लाख 93 हजार 824 क्विंटल, कुंजपुरा मार्किट कमेटी में 2426 किसानों से 2 लाख 89 हजार 433 क्विंटल, तरावड़ी में 4588 किसानों से 8 लाख 14 हजार 594 क्विंटल, करनाल में 4906 किसानों से 8 लाख 78 हजार 796 क्विंटल, निगदू मार्किट कमेटी 2676 किसानों से 4 लाख 92 हजार 878 क्विंटल तथा जुंडला मार्किट कमेटी में 1873 किसानों से 4 लाख 3 हजार 838 क्विंटल गेंहू की खरीद की गई।
उपायुक्त ने अपील की कि वे मंडी व परचेज सेंटर पर लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। बिना मास्क के मंडी में आने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा दी गई हिदायतों का पालन करें। उन्होंने किसानों से यह भी अनुरोध किया कि वह गेंहू के फाने ना जलाएं बल्कि उसका भूसा बनवाएं। फाने जलाने से ना केवल वातावरण दूषित होता है बल्कि भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है।