बरसों से लंबित जीटी रोड स्थित कंबोपुरा नेशनल हाइवे पर कंबोपुरा अंडरपास की समस्या के समाधान की राह खुल गई है। करीब 10 गांवों को लाभ पहुंचाने वाले कंबोपुरा अंडरपास की फिजिबल रिपोर्ट आ गई है। फिजिबल रिपोर्ट आने के बाद अब इस बरसों पुरानी समस्या का समाधान हो सकेगा। घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण के अथक प्रयासों से एनएच-1 व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने सर्वे किया और उसके बाद लंबे समय तक हर तकनीकी दिक्कतों का समाधान करते हुए फिजिबल रिपोर्ट तैयार की।
फिजिबल रिपोर्ट का अर्थ है कि अब कंबोपुरा अंडरपास के संदर्भ में आ रही सभी तकनीकी दिक्कतों का समाधान हो गया है और अब यह मामला संबंधित मंत्रालय के पास भेजा जाएगा, उसके बाद इस पर विधिवत रूप से काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि अब से पहले नेशनल हाइवे पर स्थित कंबोपुरा अंडरपास का मामला दो बार रिजेक्ट हो चुका है और अब इसकी फिजिबल रिपोर्ट आने से इसकी मंजूरी की राह आसान हो गई है।
इस संदर्भ में पीडब्ल्यूडी एक्सईन दलेल सिंह दहिया का कहना है कि नेशनल हाइवे एनएच-1 के अंतर्गत आने वाले कंबोपुरा अंडरपास की सर्वे के बाद फिजिबल रिपोर्ट आ गई है, करोडों के इस प्रोजेक्ट का प्रपोजल सरकार और एनएच-1 के पास भेज दिया गया है। संबंधित मंत्रालय की मंजूरी के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा। इस बारे में घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने बताया कि कंबोपुरा अंडरपास ग्रामीणों की बहुत पुरानी समस्या है जिसके समाधान के प्रयास के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों से बैठकें की और इसका समाधान निकालने के लिए कहा, अब इसकी फिजिबल रिपोर्ट आ गई है।
कंबोपुरा अंडरपास की मंजूरी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल व करनाल सांसद संजय भाटिया से इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने विस्तार से चर्चा की थी। अब इसे सरकार के स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा ताकि घरौंडा के कंबोपुरा के साथ लगते 10 गांवों के साथ साथ सभी को इसका लाभ मिले। बता दें कि घरौंडा के कंबोपुरा, मधुबन, ऊंचा समाना, बजीदा, दाहा, मदनपुर सहित दस के करीब गांवों के हजारों ग्रामीणों को कंबोपुरा अंडरपास की समस्या के समाधान से खासी राहत मिलेगी।