- गुरु पर्व की पूर्व संध्या पर जलाए गए एक हजार दीप,
- गांव समौरा में एक हजार दीप तालाब के नाम कार्यक्रम का हुआ आयोजन,
- सांसद संजय भाटिया ने की मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत।
करनाल 12 नवम्बर, गांव समौरा में सोमवार देर सायं गुरु पर्व की पूर्व संध्या पर आओ चलें तालाब की ओर कार्यक्रम के अंर्तगत तालाबों की स्वच्छता का संदेश देने के लिए एक हजार दीप तालाब के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। हरियाणा तालाब व अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सांसद संजय भाटिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा तालाब व अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य तेजिन्द्र सिंह तेजी द्वारा की गई। इस अवसर पर सांसद संजय भाटिया ने कहा कि तालाब हमारे जीवन का मुख्य आधार हैं, इन्हें सहेज कर रखना हम सबका नैतिक दायित्व है। जिस प्रकार से स्वच्छता अभियान ने जन आंदोलन का रूप लिया उसी तर्ज पर तालाब सफाई अभियान को भी गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में इकोलॉजिकल कंसेप्ट कम्पनी अपने खर्च पर प्रोजेक्ट के रूप में समौरा गांव के करू तालाब के सौंदर्यीकरण का जिम्मा लिया है।
जिसके तहत तालाब को साफ करके उसके पानी को सिंचाई व पशुओं के पीने लायक बनाकर उपयोग में लाया जाएगा, जिसका कार्य आज से प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज एक हजार दीप तालाब के नाम कार्यक्रम के माध्यम से आज जनमानस को तालाबों से जोड़ा गया है।
उससे अन्य भी पे्ररणा लेकर अपने-अपने गांव के तालाबों को साफ व स्वच्छ रखने में सहयोग करें। सांसद ने कहा कि हरियाणा तालाब प्राधिकरण का गठन करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मृत पड़े तालाबों का जीर्णोद्धार करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।
इस अवसर पर इकोलॉजिकल कंसेप्ट कम्पनी के निदेशक महेश कुमार ने बताया कि समौरा गांव के करू तालाब के गंदे पानी का ट्रीटमैंट करके सिंचाई व पशुओं के उपयोग करने योग्य बनाया जाएगा। इसी के साथ तालाब पर एक पार्क भी विकसित किया जाएगा जो सौंदर्यीकरण का काम करेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य का सारा खर्च कम्पनी द्वारा वहन किया जाएगा तथा इस कार्य को अन्य गांवों में भी चलाने की योजना है।
प्राधिकरण के सदस्य तेजिन्द्र सिंह तेजी ने बताया कि इस कार्य के शुरू होने से गांव में जलभराव की समस्या का समाधान होगा और साथ ही गांव के तालाबों में उगने वाले घास का भी स्थाई समाधान होगा। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण द्वारा इस तरह की विशेष पहल मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रेरणा से करनाल जिला से आरंभ की जा रही है। जिसे प्रदेश के सभी जिलों में अपनाया जाएगा।
इस मौके पर सुनील भारद्वाज, नरेन्द्र गौरसी, डा. धर्मपाल, सरपंच सुषमा रानी, कृष्णा आयोग्य धाम की निदेशक डा. रंजना सिंह, अमर सिंह फौजी, खुर्शीद आलम, पूर्व सरपंच बलजिन्द्र सिंह, चरणजीत सिंह मंढान, सुरेंद्र भूषण, गीता परोचा, सुरेन्द्र पाल गुरूजी, मदन सिंह, जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम इंद्री सुमित सिहाग, बीडीपीओ अंग्रेज सिंह, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता राजेश टांक, पंचायती विभाग के अधीक्षक अभियंता रामफल, एसडीओ गौरव भारद्वाज सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे