शहर से गुजरते हाईवे पर स्थित फ्लाईओवर का सौंदर्यकरण करने के बाद अब आई.टी.आई. चौक से निर्मल कुटिया चौक के बीच अटल पार्क के मोड़ को अब गीता चौक के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह भी संयोग रहेगा कि अगले कुछ दिनो में गीता जयंती पर्व के दौरान यह पूर्ण होकर उद्ïघाटन के लिए तैयार हो जाए। गीता जिसका विश्वव्यापी महत्व है, के नाम पर बनाया जा रहा चौक शायद करनाल का पहला चौक होगा।
कलाकृति के लिहाज से चौक पर स्थापित की गई भगवान श्री कृष्ण व अर्जुन की प्रतिमाएं यहां से गुजरने वालों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी। इसका निर्माण नगर निगम ने करवाया है, जो अब मुकम्मल होने को है तथा इस पर अनुमानित 15 लाख रूपये की लागत रहेगी।
मंगलवार को नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने गीता चौक का निरीक्षण किया। उनके साथ निगम के निगम के कार्यकारी अभियंता बागवानी नरेश त्यागी, एम.ई. सुनील भल्ला तथा जे.ई. राम निवास भी थे। चौक के निर्माण और अब तक की प्रगति को देखकर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उद्ïघाटन से पहले इसे ऐसी फाईनल टच दी जाए, जिसका स्वरूप निखर कर आए। इस पर नजर पड़ते ही पैदल यात्रि इसे रूक कर देंखे, कम से कम लुकिंग में इतना खिंचाव होना चाहिए।
सहायक इंजीनियर सुनील भल्ला ने आयुक्त को अवगत कराया कि शहर के इस हिस्से में यह जगह खाली पड़ी थी, पिछले कई सालो से कुरूक्षेत्र के साथ-साथ करनाल में भी गीता जयंती के होने वाले कार्यक्रमो को देखकर विचार हुआ कि इसे गीता चौक के नाम से विकसित किया जाए और फिर यह स्थानीय नागरिको की मांग भी हो गई। हाऊस की मीटिंग में स्वीकृति मिलने के बाद इसे तैयार करवाने की प्रक्रिया शुरू हुई।
अर्थ वर्क, उसके ऊपर का प्लेटफार्म स्थानीय इंजीनियरो की ओर से बनवाया गया है, जबकि ऊपर का ग्लोब और कृष्ण-अर्जुन की प्रतिमाएं पश्चिम बंगाल के कारीगरों ने बनाई हैं। इनमें भगवान श्री कृष्ण महाभारत युद्घ के समय मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का संदेश देते दिखाया गया है।
ग्लोब की ऊंचाई साढे 7 फुट तथा इस पर प्रतिमाओं की ऊंचाई भी इतनी ही है। प्लेटफार्म 8 फुट ऊंचा है, जिस पर ब्लैक ग्रेनाईट लगेगा। चौक को भव्य स्वरूप देने के लिए इसके आस-पास चाकर टाईलें लगाई गई हैं तथा साथ लगती खाली जगह पर सजावटी घास व पौधे लगाए जाएंगे। रंगीन लाईटें भी लगेंगी, ताकि रात्रि के समय भी इसे निहारा जा सके।
आयुक्त ने वर्क की क्वालिटी को देखकर संतुष्टी जाहिर की, लेकिन कहा की इसे जल्दी पूरा करें। फाईनल टच पर पूरी मेहनत करें, ताकि गीता चौक को देखने के बाद इसकी याद दर्शको के मन में बसी रहे।