December 23, 2024
85

वेणी लगाने के पुनीत कार्य को भारत के कोने कोने में फैलाने एवं देश को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के संकल्प को लेकर चल रही समाधानांचल की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट संतोष यादव ने हरियाणा और पंजाब के बाद अब राजस्थान के उदयपुर से विभिन्न स्थानों पर पांच त्रिवेणियां लगाने के पूण्य कार्य के आंदोलन का शुभारम्भ किया। 12 घंटे के लम्बे सफर के बाद यह पांच त्रिवेणियां राजस्थान के उदयपुर ले जाई गई।

राजस्थान की उद्यपुर से श्रीमती कीर्ति सूद को समाधानांचल सेवा समिति का राजस्थान प्रदेश का संयोजक नियुक्त करने की घोषणा की। श्रीमती यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब समाज-राष्ट्र में बड़े लक्ष्य को सामने रख कर कोई आंदोलन प्रारंभ होता है तो हर व्यक्ति के सकारात्मक योगदान से ही दुर्लभ लक्ष्य की प्राप्ति संभव हो पाती है। उन्होंने कहा कि रातों-रात कुछ नहीं बदला जा सकता। एक बीज बोते हैं तो उसे बढऩे में समय तो लगता ही है। समाज कल्याण के लिए व्यक्ति जो जीवन का समय लगाता है अथवा जो सांसे लेता है, वही वास्तविक व सार्थक जीवन माना जाता है।

उन्होंने कहा कि त्रिवेणी बड़, नीम व पीपल के संगम का नाम है जिसमें ब्रह्मा-विष्णु-महेश का निवास होता है, ऐसी लोक मान्यता है। संतोष यादव ने बताया कि यह त्रिवेणी कोई साधारण वृक्ष नहीं बल्कि इसका आध्यात्मिक महत्व है। त्रिवेणी को शास्त्रों में यज्ञ की संज्ञा दी गई है। जहां त्रिवेणी लगी होती है वहां हर पल, हर क्षण सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है। हर वह इंसान जो श्रद्धा भाव से, आध्यात्मिक भाव से इस त्रिवेणी को लगाता है या लगवाता है या इसका पालन-पोषण करता है, उसका कोई भी सात्विक कर्म विफल नहीं होता।

त्रिवेणी हमें अपनी जड़ों व अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का संदेश देती है। त्रिवेणी अर्थात बड़, नीम व पीपल वायुमंडल से कार्बनडाइऑक्साइड, धूलकणों और ध्वनि का अवशोषण कर व सर्वाधिक प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदाता के रूप में वर्तमान व भावी पीढिय़ों के लिए वरदान साबित होती है। पर्यावरण के असंतुलन से मानव मात्र के अस्तित्व पर या यूं कहें कि जीव मात्र के अस्तित्व पर, संपूर्ण पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट आ खड़ा हुआ है और इसे बचाने का अहम दायित्व वर्तमान पीढ़ी का है।

हम यह जानते हैं कि जलवायु और पर्यावरण सभी के सांझे सरोकार है और इन सांझे सरोकारों के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन करना भी, हम सभी का सामूहिक दायित्व है और इसी के लिए ही हमने यह त्रिवेणी लगाने की मुहिम छेड़ी है जो ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में भी मील का पत्थर साबित होगी।

इस अवसर पर समाधानान्चल सेवा समिति की राजस्थान ईकाई की प्रांतीय संयोजक घोषित की गई श्रीमती कीर्ति सूद ने संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति हमें कटिबद्ध हो जाना चाहिए। यदि वृक्षों का संरक्षण और नए पौधों का रोपण नहीं किया गया तो हमारी आने वाली पीढिय़ां शुद्ध वायु के लिए तरस जायेंगी। पूरी मानवता के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो जाएगा। इसलिए हम सभी को पर्यावरण के प्रति सचेत हो जाना चाहिए और भावी पीढ़ी के लिए बेहतर विश्व का निर्माण करना चाहिए।

उन्होंने बताया कि आज अपने जन्म दिवस के अवसर पर एडवोकेट संतोष यादव की प्रेरणा एवं सहयोग से यह त्रिवेणी लगाने का पुनीत कार्य संपन्न किया है। उन्होंने सभी उपस्थित जनों को आह्वान किया कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिवस पर त्रिवेणी अवश्य लगाए और न केवल लगाए बल्कि उसका पालन पोषण भी करे क्योंकि हमारी संस्कृति में एक वृक्ष लगाना दस पुत्रों के समान माना गया है।

इस कार्यक्र म में रमन कुमार सूद, डिवीजनल मैनेजर, केनरा बैंक, सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता श्री प्रवीण दुग्गल एवं उनकी धर्मपत्नी रेणु दुग्गल, श्रीमती हेमा आर्य, पीवीए गार्डनिन्ग के प्रवर्तक आकाश वैष्णव, श्रीमती सीमा विश्वास का परिवार, भूपेंद्र जोशी, केनरा बैंक के मुख्य प्रबंधक इंद्र लाल जैन, क्षितिज बेरी, श्याम चौहान, स्वाति, विभु एवं करनाल से विशेष रूप से पधारे अमर उजाला के भगवानदास व अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे जिन्होंने इस पुनीत कार्य में हर संभव सहयोग देने का संकल्प किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.