खुले में शौच से तौबा तथा शौचालय के प्रयोग जैसे सोशल थीम को लेकर रविवार के दिन शहर की स्वच्छता से सरोकार रखने वाले मोटीवेटर व स्वयं सेवकों ने एक रैली निकाली। रैली में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ओ.डी.एफ. के कार्य में लगी निगरानी कमेटी की महिलाएं एवं पुरूश, स्वच्छतागृही तथा बच्चों ने भाग लिया। रैली करनाल-कैथल रोड़ पर डब्ल्यू.जे.सी. पुल से प्रारम्भ होकर हांसी रोड़ व रेलवे रोड़ से होती हुई घण्टाघर चौंक पर आकर समाप्त हुई। शहर को खुले में षौच से मुक्त होने की घोषणा कर चुके नगर निगम की ओ.डी.एफ. टीम के मोटीवेटर गुरदेव, महेन्द्र, दीपमाला, विक्की तथा स्वच्छतागृही जगबीर मान व सुभाश की अगुवाई में रैली का आयोजन हुआ। रैली में शामिल लोग अपने हाथों में जागरूक करने वाले स्लोगन लिखी पट्टीकाएं लिए हुए थे, जो सड़क पर चलते हुए, ‘‘खुले में शौच जाना बंद करो – शौचालय का प्रबंध करो’’। ‘‘ करनाल को स्वच्छ बनाना है – खुले में शौच नहीं जाना है’’, जैसे नारों का उच्चारण कर जनता को संदेश दे रहे थे।
इसके अतिरिक्त इनके हाथों में खुले में शौच करने वाले व्यक्ति पर जुर्माना लगाने की चेतावनी लिखे छोटे-छोटे बोर्ड भी थे। स्वच्छता और सामाजिक भावना को लेकर आज की रैली स्वैच्छिक सेवा का एक उत्कृषट उदाहरण थी। दूसरी ओर नगर निगम की आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि देश खुले में शौच से मुक्त करना है और भारत को स्वच्छ बनाना है। प्रधानमंत्री के इस संकल्प को पूरा करना सभी भारत वासियों का कर्तव्य है। उन्होने कहा कि स्वच्छता को लेकर करनाल कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है, लेकिन मंजिल तक पहुॅंचने के लिए अभी हम पड़ाव पर ही हैं। नगर निगम क्षेत्र खुले में शौच मुक्त हो चुका है, बस भारत सरकार की ओर से इसकी विधिवत घोशणा की जानी बाकी है। उन्होने कहा कि खुले में शौच से मुक्त होने के बाद भी लोगों को जागरूक करते रहने का सिलसिला जारी रहेगा। शहर को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए उन्होने ओ.डी.एफ. में लगे सभी मोटीवेटर, वालंटियर, आगंनवाड़ी कार्यकर्ता, निगरानी कमेटी के सदस्य तथा स्वच्छता गृहीयों का आभार व्यक्त किया है।