23 दिसम्बर 2018 को करनाल में राष्ट्रीय कवि संगम की ओर से काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे मुख्यातिथि के रूप में राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल , प्रांतीय अध्यक्ष मनमोहन गुप्ता उपस्थित रहे, काव्यगोष्ठी में जयदीप सिंह तुली के अथक प्रयासों से लगभग 20 कवियों ने भाग लिया.
हरियाणा के प्रसिद्ध हास्य कवि सुंदर कटारिया ने भी शिरकत की, जालंधर से विक्रम आज़ाद, दिल्ली मेट्रो में कार्यर्थ सत्यवान, कैथल से हिम्मत आर्य, अनिल सिंघानिया, शाहबाद से देविंदर बी.बी. पुरिया, शिवम कुमार,सन्त निक्का सिंह स्कूल से छात्रा कशिश, अब्बास अली, आशीष मित्तल, विनोद शर्मा एवम करनाल के कवियों ने शिरकत की, शहर के गणमान्य व्यक्ति धर्मपाल गुप्ता, रविन्द्र गुप्ता ( ट्रस्टी कवि संगम) ओर करनाल की नव निर्वाचित मेयर रेणु बाला गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रही !
करनाल शहर से कर्नल बिंद्रा, सुरिंदर मरवाहा, कपिल गुप्ता, मोहिंदर पाल सिंह तुली, अभिनव कौशिक, गौरव तबला अर्टिस्ट, रवि-कांत सनेही, गूगल बाय कौटिल्य के पिता रामनाथ शास्त्री उपस्थित रहे ! जयदीप सिंह ने बड़े साहिबजादे बाबा अजित सिंह जी के शहीदी दिवस पर उन्हें नमन किया व गुरु गोबिंद सिंह जी की बलिदानी को नमन करते हुए कहा ” यह देश आज देश न होता यदि पिता दशमेश न होता ” अन्य कवियों ने राष्ट्रीय भक्ति, नारी शक्ति, शहीदों के सम्मान व अन्य राष्ट्र जागरण की कविताएं रखी, जगदीश मित्तल ने अपने अनमोल वचनों से इस काव्यगोष्ठी द्वारा ” राष्ट्र जागरण धर्म हमारा ” को मध्यनजर रखते हुए, देश प्रेम, भाईचारा, अनुशासन, नारी सम्मान , माता पिता के सम्मान पर, विशेष बल दिया, जिस से समाज ओर मजबूत हो व देश की उन्नति हो,
रेणु बाला गुप्ता मेयर करनाल ने कार्यक्रम को सरहाया, व कहा ” इस प्रकार की काव्य गोष्ठी समाज को मजबूत करने एक कड़ी है ” मनमोहन गुप्ता ने करनाल को सेंटर मानते हुए इस संघठन की शाखाएं हर शहर में बनाने के लिए प्रेरित किया, कर्नल ने सैनिकों की बात पर बल देते हुए जयदीप सिंह तुली को इस कार्यक्रम की बधाई दी, फ़िज़िक्स प्रोफेसर रविकांत सनेही ने इस कार्यक्रम से पर्सन होते हुए कहा कि इस कार्यक्रम ने मेरे संस्थान को पवित्र कर दिया !