करनाल इंद्री यमुनानगर रोड़ पर कल हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे में गई दो मासूम बच्चों की जान के पीछे का मुख्य कारन सालों से करनाल इंद्री रोड़ का न बनना है वही दूसरा मुख्य कारन इस रोड़ पर सरकारी विभागों से सांठ गाँठ के बाद खुलेआम ओवरलोड वाहनों का चलना ,यह कोई पहला हादसा नहीं है इससे पहले भी इन्ही दो कारणों की वजह से इस रोड़ पर कई मासूम जाने जा चुकी है लेकिन प्रदेश सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही !
कल हुए इस हादसे के बाद यह बात भी सामने आई है की संत सिमरन पब्लिक स्कूल इंद्री की स्कूल बस को टक्कर मारने वाला ट्राला ओवरलोड था ,यह ट्राला इंद्री से करनाल की ओर आ रहा था ! बड़ा सवाल यह है कि ट्राला सड़क पर आया कैसे ? क्या यह अकेला ओवरलोड ट्राला है नहीं ..! इस सिंगल रोड पर हर रोज औसतन 1100 ओवरलोड ट्रक गुजर रहे हैं ! सरकार ने पुरजोर कोशिश की कि ऐसे वाहनों पर रोक लगे, लेकिन माफिया और भ्रष्टाचारी सिस्टम की वजह से ये कोशिशें सिरे नहीं चढ़ीं ! नतीजा बेखौफ वाहन माफिया सड़कों पर यूं मासूमों को कुचल रहा है ,ट्राले ने स्कूल बस को सुबह उस वक्त टक्कर मारी, जब इसमें 11 बच्चे सवार थे !
हादसे में दो बच्चों साहिल और यशमीत की मौत हो गई, सात बच्चे समेत नौ लोग घायल हो गए ! बस चालक संजय की टांगे भी हादसे में कट गई और महिला अटेंडेंट सोनिया की बाजू में फ्रैक्चर है ! मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि हर मंच पर उन्होंने मांग की कि इस रोड पर ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाई जाए ,लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी ! गुस्साए ग्रामीणों ने बताया कि दिन हो या रात हर वक्त ओवरलोड वाहन गुजर रहे हैं, इन पर रोक लगाने वाला कोई नहीं है ,सड़क किनारे के गांव के लोग इस वजह से भय के साये में जी रहे हैं !
ओवरलोडेड वाहनों को जांचने वालों की भी मिलीभगत
करनाल इंद्री रोड़ पर पड़ने वाले गाँवो के ग्रामीणों ने बताया कि ओवरलोड वाहनों की जांच करने वाले स्टाफ के कुछ भ्रष्ट सरकारी कर्मी वाहन माफिया के साथ मिले हुए हैं ! हद तो यह है कि बकायदा से वाट्सएप ग्रुप है, यदि रोड पर जांच चल रही होती है तो तुरंत ही मैसेज जारी कर दिया जाता है !
ओवरलोड वाहन जहां भी होता है वहीं खड़ा हो जाता है ! जांच करने वाले भी इनसे मिले हुए हैं ! हर ट्रक पर फिक्स रुपये वसूले जाते हैं, ग्रामीणों ने बताया कि यदि ऐसा नहीं है तो फिर यमुनानगर से चला ओवरलोड ट्राला यहां तक पहुंच ही कैसे जाता है ? क्यों इतने लंबे रास्ते में उसकी जांच ही नहीं होती !
इंद्री करनाल रोड पर पिछले साल 61 लोगों की मौत हुई , रोड सेफ्टी विशेषज्ञों के अनुसार 89 फीसद हादसे की वजह ओवरलोडेड वाहन हैं ! उन्होंने बताया कि रेत और बजरी के काम में लगे 90 फीसद ट्रक ओवरलोड चलते हैं !
ओवरलोड से गुस्साए ग्रामीण का दो घंटे प्रदर्शन
इंद्री हाइवे पर ओवरलोड वाहनों की समस्या से परेशान ग्रामीणों के सब्र का बांध वीरवार को स्कूल बस हादसे के बाद टूट गया ! भड़के ग्रामीणों ने रोड जाम कर दो घंटे प्रदर्शन किया ! उनकी एक ही मांग थी कि ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाई जाए, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए ! प्रदर्शनकारियों ने मौके पर खड़े ट्रकों में भी तोड़फोड़ कर अपना रोष प्रकट किया, बाद में एसडीएम सुमित सिहाग ने आश्वासन दिया कि इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे ! इसके बाद ही ग्रामीण सड़क से हटने को तैयार हुए !