करनाल 27 सितम्बर, भाजपा के जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज 28 सितम्बर को जिले के 13 महाभारतकालीन तीर्थों की यात्रा करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की संस्कृति को संजोए रखना व ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देते हुए तीर्थों का सर्वांगीण विकास करना है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में ब्रज की 84 कोस की यात्रा की तर्ज पर प्रदेश में 48 कोस की तीर्थों की यात्रा करने की योजना तैयार कर रहे हैं। इसमें कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत व जींद जिले शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री प्रदेश की प्राचीन विरासत को संभालने के लिए स्वयं तीर्थों की यात्रा कर रहे हैं ताकि वर्षों से प्राचीन तीर्थों का सुधारीकरण किया जा सके ताकि प्रदेश से बाहर के यात्री भी इन तीर्थों पर आकर इतिहास की जानकारी ले सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का बड़ा सौभाग्य है कि उन्हें ऐसे मुख्यमंत्री मिले जो समाज के संत-महात्माओं, गुरूओं के प्रति आस्थावान हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने कुरूक्षेत्र की 48 कोस यात्रा में पडऩे वाले सभी तीर्थ स्थानों पर जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री सबसे पहले पाराशर तीर्थ बहलोलपुर, विमलसर तीर्थ सग्गा, वेदवंती तीर्थ सीतामाई, व्यास स्थली तीर्थ बस्तली के बाद गौतम ऋषि तीर्थ गुनियाना तीर्थ निसिंग, निसारस तीर्थ निसिंग, गवन्धरा तीर्थ गोंदर, दक्षेश्वर तीर्थ डाचर, गुरूदवारा साहिब डाचर, जमदग्नी तीर्थ जलमाना, कोटि तीर्थ कुडलन, धनक्षेत्र तीर्थ असंध, दशाश्वरमेघ तीर्थ सालवन, पंचदेव तीर्थ पाढा तक यात्रा करेंगे। मुख्यमंत्री सभी तीर्थों पर जाकर कुछ समय के लिए अपना संबोधन भी करेंगे।