स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में करनाल को राष्ट्रीय रैंकिंग में टॉप-10 पर लाने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। इसे लेकर निगम आयुक्त राजीव मेहता ने तैयारियों को लेकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। पिछले सर्वेक्षण के मुकाबले कुछ इंतजाम नए रहेंगे, तो दूसरी ओर जगह-जगह रखे बड़े डस्टबीन हटाए जाने की प्लानिंग भी की जा रही है। मतलब सडक़ो पर कूड़ा दिखाई नही देगा, इसके लिए घर-घर से ही नही, सभी कॉमर्शियल साईट से भी डोर टू डोर की तर्ज पर कूड़ा एकत्रित किया जाएगा।
गुरूवार को विकास सदन में आयोजित काफी देर तक रही एक मिटिंग में निगम आयुक्त ने सर्वेक्षण को लेकर क्या किया जाना है और क्या नही करना है, इस बारे बैठक में उपस्थित अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए खुलासा किया। बैठक में कार्यकारी अधिकारी धीरज कुमार, अधीक्षण अभियंता रामजी लाल, सभी सहायक इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, मुख्य सफाई निरीक्षक व सफाई निरीक्षक भी उपस्थित थे। आयुक्त ने बताया कि इन्दौर की तर्ज पर शहर में भारी-भरकम या बड़े साईज के डस्टबीन आने वाले दिनो में सडक़ो पर दिखाई नहीं देंगे, इसके पीछे कॉन्सैप्ट बताया गया कि इनमें एक तो घरो से निकलने वाला कूड़ा ठीक से नही डाला जाता, दूसरे ओवरफिलिंग के बाद कूड़ा सडक़ पर बिखरकर उल्टे सफाई को बाधित करता है। हालांकि शहर में लिटरबिन जरूर रहेंगे और इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
उन्होने बताया कि कूड़ा-कचरा कलैक्शन सैंटर पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगेंगे, ताकि यहां आने वाले प्रतिदिन के कचरे और उसके उठान की सही-सही जानकारी प्राप्त की जा सके। कूड़ा उठाने वाले सभी वाहनो में जी.पी.एस. सिस्टम काम करेगा। अब हर घर, गली, मोहल्ला में टिप्पर जाएंगे, तंग गलियां जहां वाहन नही जा सकेगा, वहां छोटी ई-रिक्शा कूड़ा उठाने जाएंगी। नागरिको का सहयोग लेते हुए सभी हाऊसहोल्ड से अपील रहेगी, कि वे गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करके ही दें।
यही नहीं हर घर अपने यहां प्रतिदिन निकलने वाले कचरे से कम्पोस्ट पिट बनाएगा। जिन घरो में कच्ची जगह होगी, उनमें गृहणियां कम्पोस्ट बनाएगी, जहां इस तरह की जगह नही होगी, वहां मिट्टी के घड़े या ड्रम में कम्पोस्ट तैयार की जाएगी। उन्होने बताया कि ना केवल घरो में, बल्कि सभी कार्यालयों, ढाबे, होटल, पार्क, स्कूल, कॉलेज में भी कम्पोस्ट पिट बनवाए जाएंगे, ताकि कूड़े-कचरे का उसी जगह उचित निस्तारण किया जा सके। निगम में काम करने वाले सभी सफाई कर्मी भी अपने-अपने घरो में कम्पोस्ट पिट बनाएंगे। इस बारे निगम के मोटीवेटर घर-घर और शिक्षण संस्थाओं में जाकर जागरूक करने का काम करेंगे।
निगम आयुक्त ने बताया कि शहर में सभी सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों की सफाई सुनिश्चित रखी जाएगी और इनकी साफ-सफाई को लेकर प्रात: 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक रेगूलर मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होने बताया कि निगम क्षेत्र पहले ही खुले में शौच से मुक्त हो चुका है, लेकिन इस व्यवस्था को स्थाई बनाए रखने के लिए मॉनिटरिंग जारी रहेगी। जो व्यक्ति कूड़े में आग लगाकर एन.जी.टी. के आदेशो की उल्लंघना करेगा, उसका चालान किया जाएगा। खुले में मुत्र करने वाले व्यक्तियों के भी चालान जारी रहेंगे। पिछले दिनो ऐसे 48 व्यक्तियों के चालान कर उनसे जुर्माना वसूला गया। पोलीथीन विक्रय करने वालो के भी 30 चालान किए गए और उनसे 20 हजार रूपये जुर्माना किया गया। दूसरी ओर कूड़े को बाहर सडक़ पर फैंकने वाले 600 व्यक्तियों के भी चालान किए गए हैं और इनसे लगभग 1 लाख 40 हजार रूपये जुर्माना वसूल किया गया है।
निगम आयुक्त राजीव मेहता ने बताया कि सूचना, शिक्षा और संचार (आई.ई.सी.) के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 को लेकर जन-जन को जागरूक किया जाएगा। इस बारे शहर में