यूपी बार्डर पर श्री गोविंद धाम संत आश्रम भाई बहन मंदिर में पाठ करने आए पुजारियों की हत्या व लूटपाट के मामले में ब्राह्मण समाज के लोगों जब घरौंडा के डीएसपी वीरेंद्र से आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किये तो डीएसपी ने कड़वे बोलों से समाज के लोग गुस्सा गए। ब्राह्मण सभा के प्रधान सुरेंद्र बड़ौता ने आरोप लगाया कि, डीएसपी ने उन्हें कहा कि क्यों राजनीति कर रहे हो।
इतना कहते ही समाज के लोग बिफर गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर आए। लोगों ने डीएसपी के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली और परशुराम चौक पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने के लिए डीएसपी राजीव मौके पर पहुंचे और समाज के लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। आखिरकार फोन पर एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया से हुई बातचीत के बाद समाज के लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
एसपी ने आशवासन दिया है कि तीन में पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा और जो भी दोषी होगा, उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद लोगों ने सड़क खाली कर दी। हालांकि, समाज के लोगों ने डीएसपी के तबादले की भी मांग की है और ऐसा नहीं किया गया तो वे दोबारा से सड़कों पर उतरेंगे।
गौरलतब है कि मंगलौरा गांव के पास स्थित मंदिर में पुजारियों पर हुए हमले के बाद से काफी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग कल्पना चावला मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एकत्रित हुए थे। इस दौरान ब्राह्मण सभा के प्रधान सुरेंद्र बड़ौता भी मौजूद थे।
इस दौरान समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव उठाने से इंकार कर दिया। समाज के लोगों ने कहा कि जब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई व मृतकों का मुआवजे की बात को लेकर आशवासन नहीं दिया जाता वे शव नहीं उठाएंगे। आरोप है कि इसी दौरान घरौंडा के डीएसपी वीरेंद्र सैनी वहां पर पहुंचे और उन्होंने प्रधान सुरेंद्र बड़ौता से कहा कि, आप क्यों राजनीति कर रहे हो।
इतना कहते ही मामला बिगड़ गया और समाज के लोगों ने डीएसपी व एसपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और सभी लोग मेडिकल कालेज से बाहर आ गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में परशुराम चौक पर जाम लगा दिया। जाम लगते ही डीएसपी राजीव कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी।
करीब आधा घंटा तक जाम के बाद एसपी सुरेंद्र सिंह भोरिया ने प्रधान सुरेंद्र बड़ौता से फोन पर बात की और उन्हें तीन दिन का आशावसन दिया। प्रधान ने एसपी को डीएसपी के व्यवहार को लेकर भी आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों ने डीएसपी के तबादले की मांग की है। एसपी के आशवासन पर लोगों ने जाम खोल दिया और बाद में पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव ले गए।
22 दिनों में मर्डर की दूसरी बड़ी वारदात
कर्ण नगरी में मर्डर की वारदातें बढ़ती जा रही है। पिछले 22 दिनों में यह मर्डर की दूसरी बड़ी वारदात है। क्योंकि 29 जुलाई को अंजनथली गांव में घुसकर चार बदमाशों ने पूर्व सरपंच के पति बबली की गोली मार कर हत्या कर दी, अभी तक पुलिस इस हत्या के मामले में मुखबरी देने वाले को ही गिरफ्तार कर पाई है। वहीं शनिवार रात को बदमाशों ने दो लोगों की मंदिर में घुसकर हत्या कर दी।
रातभर तड़पते रहे, सुबह कराहने की आवाज सुनी तो हुआ खुलासा
सेक्टर-13 निवासी प्रवीन ने बताया कि श्री गोविंद धाम संत आश्रम भाई बहन मंदिर उनकी जमीन में बना हुआ है। उसकी पत्नी सुरेखा, बेटा राहुल व पुत्र वधु काजल मंदिर के समीप पितरों की पूजा करने गए थे। पितरों की पूजा करने के बाद जब वे सुबह पांच बजे मंदिर में जाने लगे तो मंदिर का मेन गेट बंद था। उन्होंने गेट के नीचे से देखा तो फर्श पर खून पड़ा हुआ था और अंदर से दर्द से कराहने की आवाज आ रही थी। उसकी पत्नी ने फोन कर इसकी जानकारी उसे दी और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पूरी वारदात को लेकर अंदाजा है कि रात को बदमाश वारदात को अंदाम देने के बाद फरार हो गए और बाहर से मंदिर का गेट भी बंद कर गए। ऐसे में रातभर घायल वहीं पर तड़पते रहे।
पहले बंधक बनाया, फिर किया हमला
मंदिर के अंदर बरामदे में मेन गेट के सामने फोलडिंग पर पंडित विनोद निवासी बदनारा कैथल, उसका मामा रविंद्र निवासी बांबरेहड़ी व साला अजय सो रहे थे और सेवादार हरजिंद्र सिंह व सुलतान मंदिर के पीछे गौशाला में बने एक कमरे में सो रहे थे। रात के समय 10 से 15 बदमाश मंदिर में घुसे उन्होंने गौशाला के कमरे में तख्त पर सो रहे हरजिंद्र व सुलतान के कपड़े से हाथ बांध दिए और सुलतान का गला दबाकर हत्या कर दी। इसी प्रकार, बरामदे में फोलडिंग पर सो रहे तीनों पंडितों के हाथ फोलडिंग से बांध दिए। पंडित विनोद को गंभीर चोट मार उसकी हत्या कर दी और रविंद्र व अजय पर तेजधार हथियार से हमला कर घायल कर दिया।
मंदिर में लगवाने थे सीसीटीवी कैमरे
मंदिर के संचालक सुनील शास्त्री ने बताया कि शिवरात्रि के बाद उन्होंने एक मीटिंग कर मंदिर में सीसीटीवी कैमरे व लाइट लगवाने का निर्णय लिया था। क्योंकि मंदिर में इससे पहले भी चोरी करने की वारदात को किसी ने अंजाम दिया था, लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगाने से पहले ही इतनी बड़ी वारदात हो गई।
ब्लाइंड मर्डर की वारदात को सुलझाने के लिए अलग अलग टीमों ने काम शुरू कर दिया है। मैंने खुद वारदात स्थल का मुआयना किया है। पुलिस सभी पहलूओं पर जांच कर रही है। अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। पूरी तफ्तीश के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि आखिरकार वारदात को कैसे और क्यों अंजाम दिया गया। आगामी तीन दिनों में मामले को ट्रैस किया जाएगा। -सुरेंद्र सिंह भौरिया, एसपी।