शनिवार को चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन समिति प्रधान पदम सिंह ने बताया कि चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन ने सरकार व कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन की बेरुखी के कारण लगातार पांचवें दिन भी काले बिल्ले लगाकर काम किया ताकि आम जनता को कोई परेशानी ना हो, लेकिन चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन व सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन की जायज मांगों बारे कोई निर्णय नहीं लिया, इससे यह साफ होता है कि चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन की जायज मांगों बारे गंभीर नहीं है ।
चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन की मुख्य मांगे :
1) भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन के किए गए कैडर पुनर्गठन को चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग हरियाणा के बन रहे सेवा नियमों में लागू करना।
2) बिना योग्यता पूर्ण किए लगाए गए तकनीकी सहायक जो कि लैब कैडर की पोस्ट है के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लेना ।
कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन की बेरुखी के कारण सभी चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन में चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन व सरकार के खिलाफ भारी रोष है अगर चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन जल्द चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीशियन की जायज मांगों बारे कोई निर्णय नहीं लेता तो मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।