करनाल में यू तो कई SP आये लेकिन अब तक के कार्यकाल में जशनदीप सिंह रंधावा ईमानदारी में सबसे आगे रहे जिनके 16 महीने के करनाल पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में 1 भी आरोप उनपर नहीं लगा वही उनकी अध्यक्षता में करनाल पुलिस की क्राईम टीमों की छवि में भी काफी सुधार हुआ और उसके नतीजे ही थे कि पिछले दिनों करनाल पुलिस ने एक एक कर काफी क्राईम के मामलों को ट्रेस करने में अहम भूमिका निभाई !
वही जशनदीप रंधावा का लोगों से मिलने का तरीका भी कुछ हटकर था उनके पास जो लोग फरियाद लेकर आते थे उनका आधा दर्द तो वही दूर हो जाता था जब जिले का SP खुद उनकी पूरी बात आराम से सुनता था और तुरंत संभंधित अधिकारी को निर्देश भी दे दिए जाते थे की जल्दी से जल्दी इस मामले की तफ्तीश कर पूरी सुनवाई इस मामले में की जाए !
करनाल शहर के लोग भी करनाल पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा के तबादले से खुश नहीं है सोशल मीडिया पर भी कल से जब उनके ट्रांसफर की खबरें आ रही है वही लोग भी खुलकर लिख रहे है कि जो अधिकारी अच्छा काम करता है उसका तबादला क्यों कर दिया जाता है यह सवाल भी काफी अहम है क्योंकि करनाल में आये जशनदीप सिंह रंधावा को अभी सिर्फ 16 महीने ही हुए थे और उनका अब रोहतक तबादला कर दिया गया !