November 22, 2024

जनता अकाली दल की विशेष मीटिंग कमेटी चौक स्थित हरप्रीत सिंह नरूला के पेट्रोल पंप पर जगदीश सिंह झिंडा की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में जनता अकाली दल व हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जगदीश सिंह झिंडा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि भाजपा की शह पर सुखबीर बादल हरियाणा के सिखों को दो फाड़ करने की साजिश रच रहा है और आज तक प्रकाश सिंह बादल हरियाणा के सिखों को बेवकूफ बनाया व हरियाणा के सिखों से वोटों की ठगी मारी है।

आज तक राजनीतिक तौर पर हरियाणा के सिखों को उसके फायदे नहीं पहुंचा सके। हरियाणा के सिखों को हमेशा गुलामों की तरह राजनीतिक तौर पर प्रयोग करता रहा। इससे जनता अकाली दल व हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने हरियाणा के हालातों को देखते हुए यह फैसला किया है कि जून महीने में हरियाणा सिख पंथक एकता के नाम पर सभी हरियाणा के सिखों को एक प्लेटफार्म पर इक्टठा किया जाए, जिसमें न तो अकाली दल बादल न जनता अकाली दल न हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और न ही शिरोमणि प्रबंधक कमेटी का लेवल हो।

इन सभी व राजनीतिक संस्थाओं से उपर उठकर पंथक इक्टठा किया जाए और इसमें केवल हरियाणा के सिखों को राजनीतिक ताकत दिखलाने के लिए अहम फैसला लिया जाएगा। क्योंकि आज हरियाणा के सिख अपने आप को राजनीतिक तौर पर असहाय महसूस करते हैं। विधानसभा व लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह का पंथक इक्टठा होना बहुत जरूरी है।

आज तक बादल की वजह से ही हरियाणा के सिख राजनीतिक तौर पर ही पिछड़े रहे और न ही आज तक किसी राजनीतिक पार्टी ने हरियाणा के सिखों को अहमियत दी है। हरियाणा के सिखों की खुशकिस्मती है कि हरियाणा की चार लोकसभा सीट व 30 विधानसभा सीट पर हरियाणा के सिख निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। हरियाणा के सिखों से अपील है कि वह अपना राजनीतिक व धार्मिक भविष्य के लिए इक्टठा होना चाहिए।

यह आज समय की ही मांग है। जबसे हरियाणा या पंजाब अलग प्रदेश बने हैं आज तक हरियाणा के सिखों ने हमेशा अकाली दल बादल का साथ दिया है मगर प्रकाश सिंह बादल ने हमेशा हरियाणा के सिखों की पीठ में छूरा घोंपने का काम किया है। चाहे व हरियाणा के पानी का मसला हो या चंडीगढ़ का मसला हो, गुरुद्वारों के मसला हो, चाहे पंजाबी बोलते इलाकों का मसला हो।

आज अकाली दल बादल की किस मुंह से हरियाणा के लोगों से वोट की मांग करेंगे। उससे पहले हरियाणा के हकों की बात स्पष्ट करनी चाहिए, क्योंकि हरियाणा व पंजाब के कुछ आपसी मसले सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं। झिंडा ने कहा कि हमें हरियाणा के सिखों पर मान है कि आज राजनीतिक हालातों को देखते हुए हरियाणा के सिख एक मंच पर इक्टठा होंगे और अपने राजनीतिक भविष्य के लिए इक्टठा होना पड़ेगा व अपनी एकता की ताकत दिखाएं।

उन्होंने कहा कि बादल जिस पार्टी की शह पर हरियाणा में इलेक्शन लडऩा चाहते हैं उस पार्टी ने कभी सिखों की भलाई के लिए सोचा नही चाहे राजनीतिक तौर पर हो या धार्मिक तौर पर हो। वह हरियाणा के सिखों के विरोध में रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा के सिख एक मंच पर इक्टठा हो जाते हैं तो हरियाणा के सिख किंग मेकर जरूर बन सकते हैं किंग बने या नहीं बने। इस अवसर पर जगदीश सिंह झिंडा, हरप्रीत सिंह नरूला, हरभजन सिंह सराहां, अमनदीप सिंह, हरविंद्र सिंह, रणजीत सिंह डाचर, अंग्रेज सिंह गुजरातिया , अमृतपाल सिंह और अमीर सिंह मल्ली मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.