प्रताप कालेज ऑफ एजुकेशन जुंडला में छात्र अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा पद्धति से परिचित करवाने के लिए अध्यापक
शिक्षा में उभरती विचारधारा और नवीन प्रक्रिया पर सेमिनार लगाया गया। कालेज के प्रबंध निदेशक अजय भाटिया, वाइस प्रेजिडेंट दीपिका भाटिया, सचिव संजय भाटिया, विद्यार्थी कल्याण समिति अध्यक्ष प्रतीक भाटिया तथा चाहत भाटिया ने विशेष तौर पर शिरकत की।
जापान से आए सतोशी हाता, कनेडा से डाक्टर कल्पना शर्मा, एमडी यूनीवर्सिटी से प्रो. हेमंत लाल शर्मा, इग्नू के रिजनल डायरेक्टर डा. अशोक शर्मा, डा. जीडीडीएवी कालेज की प्राचार्या डा. राकेश संधु, कुरुक्षेत्र यूनीवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डा. राजवीर सिंह, डा. अमीशा सिंह, डा. ज्योति खजूरिया व डा. सुष्मा ने अपने अनुभव और विचार छात्र अध्यापकों के साथ सांझा किए।
वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा अहम पहलू है जिससे दुनिया के देशों को आपस में जोड़ा जा सकता है। शिक्षित व्यक्ति अपने परिवार, समाज, देश और दुनिया का भला करता है। हमें सभी देशों की शिक्षा पद्धति और वहां की व्यवस्था के प्रति जागरूक होना चाहिए। सेमिनार में हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, चंडीगढ़ यूनीवर्सिटी, पटियाला, फरीदाबाद, अंबाला, जगाधरी, यमुनानगर सहित विभिन्न जिलों से आए विद्यार्थी, शोधार्थी व प्रोफेसर ने अनुभवी विद्वानों के विचारों को सुना।
कालेज की प्राचार्या डा. शालिनी देवगन ने सभी अतिथिगणों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस सेमिनार का उद्देश्य छात्र अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा पद्धति से अवगत करवाना था। इससे विद्यार्थी जीवन को सर्वगुण बनाने में सहायता मिलेगी। मंच संचालन सोनिया ननकाना व राज शर्मा ने किया। इस अवसर पर डा. गीता गर्ग, डा. कविता कुकरेजा, अल्का रंगा, राजबाला, हर्ष धमीजा, सीमा अरोड़ा, जतिन भाटिया, बलविंद्र ढुल, सुभाष कुमार व सोनम अरोड़ा आदि मौजूद रहे।