करनाल, 27 जून। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय कुमार शारदा व मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव डाॅ इरम हसन के मार्गदर्शन तथा सिविल अस्पताल की टीम के सौजन्य से जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर डा. कांता रानी व सिविल अस्पताल की काउंसलर,ममता ने बच्चों व स्टाफ को नशे के शारीरिक व मानसिक नुकसान के बारे में जानकारी दी और जीवन मे नशा न करने के लिए प्रेरित किया।
डां. कांता रानी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति नशे से ग्रस्त हो तो इलाज के लिए सिविल अस्पताल के कमरा नं0 18 व एच आई वी की जांच हेतु सिविल अस्पताल जनरल प्रयोगशाला में कमरा न0 3 में संपर्क कर सकता है। उन्होने एच आई वी/एसटीआई बारे जानकारी देते हुए बीमारी के लक्षण व बचाव के उपाय भी बताए। इस दौरान 76 बच्चों का एच आई वी टेस्ट किया जिसमें सभी बच्चों की रिपोर्ट नेगेटिव रही। इसी कड़ी मे पैरा लिगल वालंटियर डा. नीना,ने डिप्टी सी.एम.आ डा. सिमी कपूर से बातचीत की उन्होने बताया कि नशा पीड़ितो और एच आई वी/एसटीआई के मरीजों की काउंसलिग जांच व ईलाज सिविल अस्पताल मे बिल्कुल मुफ्त किया जाता है। इसके अलावा इनकी रिपोर्ट पूर्ण रूप से गोपनीय रखी जाती है।
पैरा लिगल वालंटियर डा. नीना, ने हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पी.आर.ओ रजत से बातचीत की जिन्होने बताया कि हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आदेशानुसार विभाग द्वारा समय -समय पर जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाता है ,जिससे जन साधारण को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया जाता है। उन्होने बताया कि नशे बेचने वाले या खरीदने वाले व्यक्ति के बारे शिकायत दर्ज करने के लिए मानस पोर्टल का प्रयोग किया जा सकता है, जिसमे शिकायतकर्ता को अपना नाम बताने की कोई आवश्यकता नहीं होती। इसके अलावा उन्होने विभाग के टोल फ्री नं0 1933 व 9050891508 बारे भी जानकारी दी जिसका उपयोग कोई भी व्यक्ति शिकायत दर्ज करने हेतु किसी भी दिन किसी भी समय कर सकता है।