प्रदेश की सडक़ों को गढ्ढा मुक्त बनाने के लिए हरपथ हरियाणा मोबाईल एप लॉंच करके एक अच्छी पहल की है। विशेष बात यह है कि आम जनता को टूटी सडक़ों के बारे में शिकायत करने के लिए किसी दफ्तर में जाने की जरूरत नहीं है। इसका समाधान अब मात्र एप को डाऊनलोड कर शिकायत भेजने से सम्भव हो गया है। सडक़ की फोटो एप पर डालने से शिकायत संबंधित विभाग का चली जाएगी। बस जरूरत है लोगों द्वारा एप को डाऊनलोड करने की।
जिला उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने इस सबंध में ओर जानकारी देते हुए बताया कि करनाल में अब तक जिन लोगों ने इस एप को डाऊनलोड करके क्षतिग्रस्त सडक़ों की शिकायतें डाली हैं, उनमें से अधिकतर का समाधान हुआ है और ऐसा करना बड़ा आसान है तथा इसमें मात्र 5 मिनट का समय लगता है।
कैसे करें एप का प्रयोग:- इस बारे उपायुक्त ने बताया कि हरपथ हरियाणा एप एन्ड्रायड मोबाईल या आईफोन के एप्लीकेशन स्टोर में जाकर डाऊनलोड की जा सकती है। इसमें करनाल की सभी सडक़ों की जीयो टैगिंग की गई है। फोन में जी.पी.एस. ऑन कर लें, ताकि सबंधित मोबाईल यूजर की लोकेशन अडेंटीफाई हो सके। एप को डाऊनलोड करने के बाद संबंधित मोबाईल प्रयोगकर्ता को इस पर अपने आप को नाम व मोबाईल नम्बर डालकर रजिस्टर करना होता है। सडक़ों के जाल का चित्र दिखाई देगा, जिस पर एक पिन नुमा निशान होगा। इस निशान को क्षतिग्रस्त सडक़ के नाम के ऊपर ले जाने पर मैप के नीचे सडक़ की लोकेशन आ जाएगी। उन्होने बताया कि इसके बाद एप में क्षतिग्रस्त सडक़ को लेकर शिकायत का ऑपशन दिया गया है। क्षतिग्रस्त सडक़ की फोटो करके उसे एप पर डालने से व्यक्ति की शिकायत सबंधित विभाग को चली जाएगी और तब उसका समाधान सम्भव होगा।
उपायुक्त ने जिला की आम जनता से अपील की है कि वे एक जागरूक नागरिक अथवा वासी के तौर पर अपने जिला की सडक़ों को गढ्ढा मुक्त बनाने के लिए इस मोबाईल एप का अधिक से अधिक प्रयोग करें। उन्होने कहा कि एप को डाऊनलोड करने के दो फायदे हैं। एक, इससे प्रदेश की सडक़ों की मॉनिटरिंग करने में आसानी होती है, दूसरा सडक़ों की दशा भी सुधर रही है। यही नहीं सडक़ों की मरम्मत होंगी तो उन पर वाहनों का आवागमन भी आरामदायक रहेगा और दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी। सरकार का भी ध्येय है कि लोग जागरूक होकर इस एप का अधिक से अधिक प्रयोग करें।