करनाल/दीपाली धीमान : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सोमवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय समन्वयक कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त यश जालुका ने की।
एडीसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम के तहत स्लम एरिया में जागरूकता कैंप लगाएं और शत प्रतिशत लक्षित बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली अवश्य खिलाई जाए। कोई भी वंचित न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि ईंट भट्ठा व ढाबों पर काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों को भी चिन्हित करें। इस कार्य के लिए आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपना पूर्ण सहयोग दें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बैठक में बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक से 19 वर्ष के सभी बच्चों एवं 20 से 24 वर्ष की आयु की सभी महिलाओं, जो गर्भवती ना हों तथा स्तनपान न करवा रही हों, को कृमि मुक्त करना है। उन्होंने सहायक आयुक्त प्रशिक्षणाधीन, सीएमओ, मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस कार्यक्रम की रैंडमली चेकिंग करें और इसकी रिपोर्ट अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में दें।
उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए तथा प्रचार सामग्री छपवाकर कैंपों में वितरित की जाए । इसके अलावा प्रशासन द्वारा शहर में स्थापित सभी एलईडी पर भी ऑडियो-वीडियो का प्रसारण करवाया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को भी एलबेंडाजोल गोली अवश्य खिलाई जाए। अगर कोई स्कूल आनाकानी करता है तो उसके बारे में सूचित करें।
इसके अलावा अगर कोई अभिभावक यह कहता है कि हमने पहले से ही बच्चों को यह गोली खिला दी है, तो उससे लिखित में लिया जाए। उन्होंने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली पूर्णतया सुरक्षित एवं प्रभावशाली है। सभी विभागों के अधिकारी इस अभियान में पूरा सहयोग दें। उन्होंने आमजन से अपील की कि 18 सितंबर को स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दी जाने वाली एल्बेंडाजोल की गोली को अपने बच्चों को अवश्य खिलाएं ताकि भारत की भावी पीढ़ी को तंदुरुस्त रखा जा सके।
सिविल सर्जन करनाल डॉ. कृष्ण कुमार के अनुसार स्कूल हेल्थ कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम के दूसरे राउंड के तहत 18 सितंबर 2024 को जिला के 1 से 19 वर्ष आयु के लगभग 4.9 लाख बच्चों को सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली नि:शुल्क खिलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि जो बच्चे किसी कारणवश छूट जाएंगे उन्हें 24 सितंबर को मॉप अप राउंड के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चों में खून की कमी का एक मुख्य कारण कृमि होते हैं, जिस कारण बच्चों के विकास में कमी आ जाती है। इसलिए अपने घरों में आसपास के इलाके में साफ सफाई का ध्यान रखें, खाने-पीने की चीजों को ढंक कर रखें।
फल व सब्जियों को उपयोग से पहले साफ पानी से धोएं तथा साफ पानी पिएं, मिट्टी में खेलते व चलते समय जूते चप्पल पहनें, खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें एवं खाना खाने से पहले व शौच जाने के बाद हाथ साबुन से अवश्य साफ करें ताकि कृमि रोग से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त इस प्रोग्राम के दौरान जिला में 20 से 24 वर्ष की विवाहित महिलाएं जो गर्भवती ना हों, व स्तनपान न करवा रही हों, उन सभी को नि:शुल्क एल्बेंडाजोल की गोली आंगनबाड़ी केंद्र पर खिलाई जाएगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डॉ. केशव वधवा ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत सभी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों, कॉलेज व आईटीआई के माध्यम से बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिए गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने कृमि संक्रमण के लक्षण व एल्बेंडाजोल की गोली खाने के फायदे भी बताए।
कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते है, जैसे पेट दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, कमजोरी, वजन कम होना, रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना और पढ़ाई में ध्यान ना लगना, बच्चे में कीड़ों की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमण के लक्षण उतने अधिक होंगे, बच्चों में खून की कमी (एनीमिया), बच्चों के विकास में बाधा।
उन्होंने एल्बेंडाजोल की गोली खाने के फायदे के बारे में बताते हुए कहा कि इससे स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होगा, रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि, एनीमिया पर नियंत्रण, सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार, समुदाय में कृमि संक्रमण की व्यापकता में कमी आएगी।
इस अवसर पर एसीयूटी योगेश सैनी, उप सिविल सर्जन डॉ कैलाश, डॉ शीनु, डॉ अनु, डॉ सिमी, डॉ अमन, चिकित्सा अधिकारी डॉ केशव वधवा, जिला किशोर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लविश, जिला आशा कोर्डिनेटर संजीव सहित दौरान शिक्षा विभाग, आईसीडीएस विभाग, जिला प्रोग्राम समन्वयक नेहरू युवा केंद्र, एविडेंस एक्शन तकनीकी सहयोगी, प्रधान स्कूल संघ, स्वच्छ भारत अभियान आदि के अधिकारी मौजूद रहे।