करनाल/कीर्ति कथूरिया : उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि घटते भू जल स्तर को बचाने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार द्वारा धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को प्रति एकड़ की दर से 4 हजार रूपये की राशि अनुदान के रूप में दी जा रही है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एग्रीहरियाणा डॉट जीओवी डॉट आईएन पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इसके लिए 10 जुलाई अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। स्कीम का लाभ पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि धान की सीधी बिजाई करने से पानी व ऊर्जा की बचत होती है, साथ ही पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आती है। उन्होंनेे जिला के किसानों से आह्वान किया कि वे भू-जल के गिरते स्तर को ध्यान में रखकर धान की सीधी बिजाई करें। सरकार की ओर से धान की सीधी बिजाई करने वाले किसान को 4 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान राशि भी दी जाती है।
इसके अलावा धान की सीधी बिजाई मशीन पर 40 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करनाल जिला सहित सिरसा, हिसार, रोहतक, जींद, अंबाला, यमुनानगर, फतेहाबाद, कुरूक्षेत्र, कैथल, पानीपत व सोनीपत में धान की सीधी बिजाई को बढ़ावा मिला है।
उन्होंने कहा कि किसान बिजाई से पहले लेजर लेवलर मशीन से खेत समतल अवश्य करें। किसान बासमती धान की तरावड़ी बासमती, सीएसआर-30, पूसा बासमती-1, पूसा बासमती-1121, पूसा बासमती-1509, हरियाणा बासमती-2 तथा कम व मध्यम अवधि वाली किस्में/हाइब्रिड बुआई करें।
बत्तर खेत में धान की सीधी बिजाई करने पर मौसम तथा खेत की नमी अनुसार पहली सिंचाई 7 से 21 दिन के बाद करें। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए जिला के किसान कृषि तथा किसान कल्याण विभाग, हरियाणा के टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 अथवा जिला कृषि उपनिदेशक कार्यालय से किसी भी कार्य दिवस में संपर्क कर सकते हैं।