करनाल/कीर्ति कथूरिया : श्री श्याम बाबा सेवक मंडल की ओर से छठा श्री श्याम फाल्गुन महोत्सव नई अनाजमंडी में धूमधाम से मनाया गया। भारी बरसात और ओलावृष्टि के बावजूद श्याम प्रेमी संकीर्तन में पहुंचे और देर रात तक भजन कीर्तन करते हुए पांडाल में डटे रहे।
श्याम बाबा का शृंगार विशेष प्रकार से फूलों से किया गया था, जिसने भी श्याम बाबा के दर्शन किए आनंदित हो उठा। कार्यक्रम स्थल पर पंडाल में शाम छह बजे से बाबा की ज्योत के साथ ही भजन संध्या शुभारंभ हुआ। बाबा को 56 भोग लगाए गए। विख्यात कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी।
श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा संग फूलों की होली खेली। बाबा के भजनों की धुन पर भक्ति रस में डूबकर श्रद्धालु थिरकते नजर आए। श्याम भजन सुनाने के सिलसिले में शीतल पांडेय और श्वेता अग्रवाल ने एक से बढक़र एक श्याम भजनों की प्रस्तुति दी। मंच संचालन भगवान दीक्षित ने किया।
शीतल पांडेय द्वारा तेरा साथ है तो मुझको क्या फिकर है…, काम तो श्याम ही आएंगे… तथा आपकी शरण में आकर मशहूर हो गया भजन गाए तो श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। शीतल पांडेय ने राम नाम की महिमा का जिक्र भी किया और बाला जी महाराज के भजन भी गाए।
श्वेता अग्रवाल ने भजनों के माध्यम से बताया कि कैसे श्याम बाबा हारे का सहारा बने। भव्य पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु दोनों हाथ ऊपर उठाकर खाटू श्याम के जयकारे लगा रहे थे। इस आयोजन को संपूर्ण कराने में श्याम भक्त विगत कई माह से निरंतर तैयारियों मे जुटे हुए थे।
श्री श्याम की आरती के बाद छप्पन भोग का प्रसाद सभी श्रद्धालुओ में बांटा गया। देर रात तक चल रहे उत्सव के दौरान श्याम भक्तों ने श्रद्धालुओं के साथ नगर के भक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था की। भजन गायकों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए।