करनाल/कीर्ति कथूरिया : करनाल जिले की कश्यप राजपूत धर्मशाला वजीर चंद कालोनी करनाल में कई साल बाद ढोल नगाडों की आवाज से गूंज उठी। मौका था कश्यप राजपूत धर्मशाला के चुनाव का।
शनिवार को भगवान महर्षि कश्यप जी के जयकारों के साथ जिलेभर से कश्यप समाज ने एकत्रित होकर एक सभा का आयोजन किया। इस सभा में धर्मशाला के प्रधान पद के लिए मनजीत कश्यप को चुना गया।
यह चुनाव कार्य जिला रजिस्ट्रार कार्यालय में लंबित था जोकि पिछले दिनों रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी करके मनजीत कश्यप को प्रधान का नियुक्त किया गया था। रजिस्ट्रार कार्यालय के निर्देश पर दो वर्ष पहले चुनाव करवाया गया था।
चुनाव के दौरान प्रधान पद के लिए दोनों उम्मीदवारों को बराबर मत हासिल हुआ था। जिसके बाद आज जिलेभर से पहुंचे कश्यप समाज ने आज शनिवार को कश्यप धर्मशाला में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया और नवनियुक्त प्रधान मनजीत कश्यप को पगड़ी एवं फूल मालाएं पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर नवनयुक्त प्रधान ने कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए उप प्रधान एडवोकेट विकास कुमार, महासचिव सुरेंद्र कश्यप, कोषाध्यक्ष रामफमल कश्यप नियुक्त किया गया। नवनियुक्त पदाधिकारियों ने कहा कि जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है वे उसे पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से निवर्हन करेंगे और समाज को एकजुट व मजबूत बनाने का कार्य करेंगे।
पूर्व प्रधान प्रेम कश्यप ने कहा कि जिन पदाधिकारियों को आज जिम्मेदारी मिली हैं उन्हें उम्मीद है कि वे समाज की एकजुटता के लिए कार्य करेंगे और समाज को साथ लेकर चलेंगे। समाज की मजबूती के आज सभी को जागरूक और एकजुट होने की आवश्यकता है। राजनीति में समाज पिछडा हुआ है।
उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि राजनीति में आगे आएं और समाज के मुद्दों को उठाएं। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि युवा आज नशे से बचना चाहिए। आज जो नशे से दूर है वही देश और समाज में उन्नति ला सकता है। मंच संचालन एडवोकेट जयपाल कश्यप ने किया और समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने बच्चों को शिक्षित जरूर करें ताकि समाज का नाम उंचा हो सके।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद जयभगवान कश्यप, पूर्व पार्षद प्रतिनिधि सुभाष कश्यप, जयराम कश्यप, मनजीत कौर, सुशील कुमार, चांद कश्यप, पालाराम कश्यप, बुच्चा राम कश्यप, जयराम कश्यप, राम प्रसाद कश्यप, सतीश कश्यप, संजय कश्यप, कदम सिंह कश्यप, संजय कश्यप, राजपाल कश्यप, सुरजमल कश्यप सहित काफी संख्या में समाज के महिलाएं एवं पुरूष लोग मौजूद रहे।