करनाल/कीर्ति कथूरिया : जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक सोमवार को जिला सचिवालय में उपायुक्त अनीश यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें पिछली बैठक के 16 और आज की बैठक की कार्यसूची के 12 बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया।
इसमें बताया गया कि इस साल एक से 30 जनवरी तक पुलिस विभाग द्वारा 13177 और आरटीए द्वारा 260 चालान किये गये। इनके एवज में क्रमश: 42 लाख 39 हजार और एक करोड़ 20 लाख 72 हजार 500 रुपये जुर्माना किया गया।
गत वर्ष के मुकाबले इस साल सडक़ सुरक्षा नियमों की सख्ती से पालना के कारण जिला करनाल में गंभीर दुर्घटनाओं में 14 प्रतिशत की कमी आई है।
बैठक में बताया गया कि पुलिस महकमे की तरफ से ओवर स्पीड के 378, बिना हेलमेट के 4209, नशा करके गाड़ी चलाने पर 5, बिना आरसी के 326, बिना लाइसेंस के 354, बिना नंबर प्लेट के 100, लेन बदलने के 3632, दुपहिया वाहन पर तीन सवारी बैठाने के 45, गलत दिशा में वाहन चलाने के 535, गलत पार्किंग के 1619, लाल बत्ती पार करने के 1475, बिना थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के 20, बिना वायु प्रदूषण प्रमाण पत्र के 15 चालान शामिल हैं।
आरटीए द्वारा ओवरलोड वाहनों के 260 चालान कर एक करोड़ 20 लाख 72 हजार 500 रुपये जुर्माना वसूला गया।
गढ़ी बीरबल से यमुनानगर रोड पर बने गहरे गड्ढों के कारण संभावित हादसों को लेकर पिछली बैठक के एजेंडा नंबर 3 के बारे में पीडब्ल्यूडी के डिवीजन नंबर-एक के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि जहां जरूरत थी वहां पैचवर्क किया गया है। गांव बधनारा-पुंडरी रोड पर स्पीड ब्रेकर बनाने बारे पीडब्ल्यूडी डिवीजन-दो के एक्सईएन ने बताया कि यह गांव कैथल जिला में पड़ता है।
इस पर उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि मौके का दौरा कर कैथल के संबंधित अधिकारियों को इस बारे में सूचित करें। उल्लेखनीय है कि कैथल के डीसी ने इस बारे में करनाल आरटीओ को पत्र लिखकर स्पीड ब्रेकर बनवाने बारे उचित कार्यवाही के लिये लिखा है। उपायुक्त ने इंद्री रोड पर गांव सलारू में सडक़ के मध्य डिवाइडर जल्द बनवाने के निर्देश दिये ताकि संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
बैठक में बताया गया कि 15 जनवरी से 14 फरवरी तक सडक़ सुरक्षा माह आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान वाहन चालकों को सडक़ सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आरटीए विभाग, समाज सेवा संगठन और आईटीआई छात्रों द्वारा ट्रैक्टर ट्रालियों पर रिफलेक्टर टेप लगाई गई।
आवारा पशुओं के गले में रिफलेक्टर बेल्ट बांधी गई। स्कूली बसों का निरीक्षण कर बस चालकों को सुरक्षित वाहन पॉलिसी बारे, प्राथमिक चिकित्सा उपचार व जरूरी यंत्रों के प्रति जागरूक किया गया।
बताया गया कि आईआरएडी(इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस) के अनुसार करनाल जिला में 2023 में 782 दुर्घटनाएं हुईं जिनमें से 304 की मौत हुई जबकि वर्ष 2022 में 399 लोगों की मृत्यु रोड एक्सीडेंट में हुई थी।
बैठक में एडीसी डॉक्टर वैशाली शर्मा, एसडीएम अनुभव मेहता, एसडीएम असंध वीरेन्द्र ढुल, सीटीएम अमन कुमार, डीएसपी सोनू नरवाल, सिटीजन ग्रीवेंसिस कमेटी के सदस्य संदीप लाठर तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।