करनाल/भव्या नारंग: स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में निजी सेक्टर का अहम योगदान है। उनके बगैर स्वच्छता सर्वेक्षण और स्वच्छ भारत मिशन अधूरा है। बुधवार को देश की अग्रणी चावल निर्यातक कंपनी एब्रो इंडिया के प्लांट में स्वच्छता मानकों का निरीक्षण करने पहुंचे मिशन के वाइस चेयरमैन सुभाष चन्द्र ने कहा कि सभी निजी कंपनियां जहां बल्क वेस्ट जेनरेट होता है वहां उन्हें स्वयं ही संस्थान में इसका निस्तारण करना होगा। एनजीटी के नियमों के अनुसार अब देश में सभी निजी प्रतिष्ठानों के लिए यह अति आवश्यक है।
सुभाष चंद्र ने कहा कि कंपनी के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि यहां कचरे के निस्तारण ही नहीं बल्कि वेस्ट टू एनर्जी का भी प्रयोग किया जा रहा है जो निजी सेक्टर के लिए एक मॉडल है। उन्होंने कहा कि आज भारत का चावल उद्योग चीन और पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दे रहा है। इसमें एब्रो इंडिया जैसी कंपनी का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि पेस्टिसाइड मुक्त चावल की खेती के लिए किसानों को आगे आना होगा ताकि देश का चावल निर्यात और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंच सके।
इससे पूर्व सुभाष चंद्र ने कंपनी अधिकारियों के साथ एक बैठक की जिसमें उन्होंने कंपनी द्वारा पेस्टीसाइड फ्री खेती में योगदान, बिजली बचत के लिए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट, पर्यावरण संरक्षण, जल संचय, स्वच्छता और सामाजिक सरोकार के तहत गरीब व जरूरतमंद लोगों के सामाजिक उत्थान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि व्यवसाय के साथ एब्रो इंडिया सामाजिक क्षेत्र में भी प्रसंशीय कार्य कर रहा है। अन्य प्रतिष्ठानों को भी इससे सीखना चाहिए। कोरोना काल में भी इनके द्वारा दिया गया सहयोग सराहनीय रहा। अभी हाल में इनके द्वारा जिला भर में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को स्कॉलरशिप दी गई जिसको हरियाणा के मुख्यमंत्री के हाथों से दिलवाया गया।
इस दौरान कम्पनी अधिकारियों श्रवण कुमार, यशपाल केहरवाल, राजीव भाटिया, विनोद ठाकुर ने पुरा प्लांट् दिखाया। इसमे चावल की विश्व स्तरीय उत्पाद देखने को मिला।