करनाल/कीर्ति कथूरिया : करनाल के हार्दिक गुप्ता का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड लन्दन में बाक़ायदा शामिल कर लिया गया है और उसे इस आशय का सर्टिफ़िकेट भी वर्ल्ड बुक कार्यालय से प्राप्त हो गया है।
उल्लेखनीय है कि विश्व प्रसिद्ध उद्योगिक घराने लिबर्टी के प्रबंध निदेशक हरीश गुप्ता के पोते और कनिष्क गुप्ता के पुत्र हार्दिक गुप्ता ने बच्चों द्वारा विश्व के लंबे वेबिनार का रिकॉर्ड बनाने के लिए विगत 15 जुलाई को एक प्रयास किया गया था जिसे अब वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड लंदन द्वारा आधिकारिक मान्यता प्रदान कर दी गई है और इसका सर्टिफ़िकेट भी जारी कर दिया गया है।
हार्दिक गुप्ता द्वारा विगत वर्ष शुरू किए गए प्रोजेक्ट साक्षर के अन्तरगत 15 जुलाई को सुबह 9 बजे वेबिनार की शुरुआत की गई जो बिना रुके 24 घंटे और 15 मिनट तक चला और 16 जुलाई को सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर इसे समाप्त किया गया। बच्चों द्वारा विश्व के इस सबसे लंबे वेबिनार में 21 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 12 से 18 वर्ष की आयु के 300 से अधिक बाल वक्ता शामिल हुए और उन्होंने “वंचित बच्चों को कैसे शिक्षित किया जाए” विषय पर अपने विचार रखे।
प्रोजेक्ट साक्षर के संस्थापक व साक्षरता को लेकर बनाये गये इस विश्व रिकॉर्ड के संयोजक हार्दिक गुप्ता ने बताया कि उन्होंने 2021 में प्रोजेक्ट साक्षर की शुरुआत की थी और अब तक इस प्रोजेक्ट के सोशल मीडिया पेज के साथ साथ उन्होंने पूरे देश में लगभग 10000 बच्चों को जोड़ा है। प्रोजेक्ट साक्षर का उद्देश्य सुविधाओं से वंचित विशेषत: झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षित करना व उन्हें पुस्तकें, स्टेशनरी, ड्रेस आदि प्रदान करना है।
हार्दिक गुप्ता की इस उपलब्धि पर जहाँ उनके पिता कनिष्क गुप्ता व माता श्वेता गुप्ता गर्व महसूस कर रहे हैं वहीं शहर के लोग भी उन्हें उनके बेटे की उपलब्धि के लिए बधाई दे रहे हैं। निफा के संस्थापक अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु का कहना है कि जिस आयु में आजकल अधिकांश बच्चे मोबाइल व वीडियो गेम की दुनिया में मस्त हैं, उस आयु में हार्दिक गुप्ता द्वारा देश के वंचित बच्चों को शिक्षित करने की सोच के साथ प्रोजेक्ट साक्षर शुरू करना बेहद सुखद है।