करनाल/भव्या नारंग: डीसी अनीश यादव ने जिला के नागरिकों से गर्मी के मौसम में डेंगू सहित अन्य बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है। डेंगू से बचाव लिए सतर्कता व जागरूकता बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आमजन को डेंगू से बचाव बारे सचेत व जागरूक किया जा रहा है। डेंगू की रोकथाम के लिए जन समुदाय की सहभागिता बेहद जरूरी है। डीसी ने बताया कि मच्छर प्रजनन स्थलों को चिह्नित कर तथा मच्छर प्रजनन रोकने के उपायों के बारे में आम जनता को जागरूक किया जा रहा है। नागरिकों को पानी की टंकी तथा घरों के पानी के बर्तनों को ढक कर रखने, दिन में मच्छरों के काटने से बचाव को लेकर व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।
हर संडे मनाएं ड्राई डे : डीसी
डीसी ने आमजन से आह्वान किया कि वे प्रत्येक रविवार को अपने घर में ड्राई डे के तौर पर मनाएं व सभी पानी के बर्तनों, कूलर, टंकी, फ्रिज ट्रे, गमलों इत्यादि को खाली करके सुखाएं ताकि मच्छर के अंडे व लार्वा मर जाए। उन्होंने लोगों से अपील की कि डेंगू रोकने के लिए घरों के आस-पास गड्ढे को मिट्टी से भरवा दें, पूरी बाजू के वस्त्र पहने, मच्छर रोधी दवा या क्रीम का उपयोग करें। कीटनाशक दवाई से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करें, छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखें, बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर तुरन्त अपने नजदीकी चिकित्सा केन्द्र में खून की जांच करवाएं। चिकित्सक की सलाह से ही दवा लें, स्वयं से दवा का सेवन न करें।
डेंगू के लक्षण एवं बचाव के उपाय : सीएमओ
सीएमओ विनोद कमल ने बताया कि डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है, जिससे बचाव जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह मच्छर दिन में काटता और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है। तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द और आंखों के पीछे दर्द हो तो सतर्क हो जाएं। त्वचा पर लाल धब्बे या चकत्ते का निशान, नाक-मसूड़ों से या उल्टी के साथ रक्त स्राव होना डेंगू के लक्षण हैं। इन लक्षणों के साथ यदि तेज बुखार हो तो तत्काल अस्पताल जाएं और अपना इलाज करवाएं। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है तो उसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे व्यक्ति दोबारा डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि सभी तरह का बुखार डेंगू नहीं होता है। बुखार होने पर बिना समय गंवाए डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर जांच के बाद जैसा परामर्श दें उसके अनुसार अपना इलाज करवाएं। डेंगू होने की स्थिति में सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।