करनाल /कीर्ति कथूरिया : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात सेवा केंद्र में आध्यात्मिक संगीत संध्या एक शाम शिव पिता के नाम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में निफा चेयरमैन प्रितपाल सिंह पन्नु ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि वास्तव में संगीत हमारे मन को परमात्मा से जोडऩे का सशक्त साधन है।
संगीत के माध्यम से मन को व्यर्थ संकल्पों से दूर करके प्रभु प्यार के संकल्पों की ट्रैक पर लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाबा फरीद, रहीम, कबीर, दादु पलटु सब अच्छे कवि व गायक रहे हैं, जिन्होंने अपने तथा दूसरों के मन को गीत व दोहों तथा कविताओं के माध्यम से प्रभु से जुडऩे व जोडऩे का कार्य किया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा बाबा की मुरली सुनाने से पहले व बाद में भजन व गीत चलाया जाता है ताकि मन इधर उधर की बातों से हटकर मेडीटेशन में लग जाए।
नेशनल कोर्डिनेटर आर्ट एंड कल्चर विंग ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी ने सभी का शब्दों से स्वागत किया और कहा कि जैसे सांप बीन पर नाचता है वैसे मन प्रभु गीतों को सुनने पर नाचना शुरू कर देता है। प्रभु में मन जुड़ जाने से सच्ची शांति व प्रभु प्यार की अनुभूति होती है। प्रसिद्ध गजल गायक कृष्ण अरोड़ा ने अपनी सुंदर गजल में कहा वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी, ये दौलत ये शोहरत चाहे ले लो जवानी पर मेरा बचपन लो टा दो अन्य बहुत ही सुंदर गजलें गाकर समां बांध दिया।
गायक रमेश अत्रेजा ने जैसा सोचोगे तुम वैसा बन जाओगे गीत गाया। माउंट आबू से आए राजयोगी रमेश ने मेरा बाबा आ गया गीत पर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। रमेश भाई ने जब तक सांसें चलती रहें तेरी याद में रहना तथा सुरिंद्र गाबा ने राजयोगी बनो राजयोगी, वो मेरा बाबा है गीत गाया। भ्राता एनएल वर्मा ने आए हैं वो फरिश्ते दिल सबके खिल गए हैं, स्वागत गीत गाकर सबका अभिनंदन किया।
कवि चांद कश्यप ने मंच संचालन किया। पठानकोट से आए भ्राता ओमप्रकाश ने पंजाबी गीत मन नचदा ते दिल नचदा तथा साने गोडे गोडे चा चढय़ा शिव बाबा मिलया मित्रों गीत गाकर सभी को नचा दिया। इस मौके पर कुमारी कनिशा ने जहां सुंदर नृत्य से सबका स्वागत किया, वहीं बैज बुके तथा सिरोपा पहनाकर सभी गायकों का स्वागत किया। सबको ईश्वरीय सौगात भेंट की गई।
इस अवसर पर नीना सिंह, कर्नल मेहता, आईपी सिंह, एससी वोहरा, सुरेश गोयल, एनडी गोयल, विजय पाल भाटिया, गुलशन राय, केबी मल्होत्रा, डीएस भारती, डा. विनोद कालरा, डा. डीडी शर्मा, कैप्टन आरके राणा, हर्षवर्धन भटनागर, मधु भटनागर, डा. एसके महानी व मुनीराज शर्मा मौजूद रहे।