करनाल/कीर्ति कथूरिया : वृक्ष इस धरा के आभूषण हैं। भारतीय संस्कृति व सभ्यता वनों से पल्लवित हुई है। पेड़-पौधों के बिना मानव जीवन के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती। केंद्र व राज्य सरकार ने धरा पर हरियाणा को बढ़ावा देने के लिये अनेक योजनायें क्रियान्वित की हैं। करनाल जिला में इस समय वन आच्छादित क्षेत्र करीब सात प्रतिशत है। इस दस प्रतिशत तक करने के लिये विभाग व जिला प्रशासन की ओर से सार्थक प्रयास जारी है।
वन मंडल अधिकारी जय कुमार के अनुसार इस साल जिला में राज्य योजना के तहत 2.40 लाख, ग्रीन इंडिया मिशन के तहत 2.40 लाख, और हरियाणा राज्य प्रतिकरात्मक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण(कैंपा)के तहत 14 हजार, जल शक्ति अभियान के तहत दो लाख दस हजार, पौधगिरी अभियान के तहत 45 हजार और डेढ़ लाख पौधों का मफ्त वितरण किया जा रहा है।
जिला में 9 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है जबकि विभाग के पास 11 लाख पौधे तैयार हैं। उन्होंने बताया कि पौधे लगाने का 50 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। कृषि क्षेत्र में 150 हेक्टेयर जमीन पर 1.65 लाख पौधे के लक्ष्य के तहत 91 हजार 400 पौधे रोपित किये जा चुके हैं।
क्लोन सफेदे को बढ़ावा
उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में क्लोना सफेदा लगाने के प्रति किसानों का रूझान बढ़ा है। चार-पांच साल में ही यह पेड़ तैयार हो जाता है और किसानों को भाव भी अच्छा मिलता है। इस समय 600 से हजार रुपये क्विंटल के हिसाब से क्लोन सफेदा बाजार में बिक रहा है।
स्वयं सहायता समूहों द्वारा पौधारोपण
वन मंडल अधिकारी के अनुसार जिला परिषद के साथ मिलकर ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिला की 11 नर्सरियों के माध्यम से 60 हजार पौधे मुफ्त बांटे जा चुके हैं जबकि लक्ष्य 80 हजार पौधे वितरित करने का है। इन पौधों को स्वयं सहायता समूह की सदस्यों द्वारा गांव की फिरनी, तालाबों के किनारे, खाली पंचायती जमीन आदि स्थानों पर इन पौधों को रोपा गया है। जो पौधे रोपे गये हैं उनमें जामुन, आम, आंवला, बहेड़ा, अमरूद, नीम, बड़, पीपल, बेल पत्तर आदि शामिल हैं।
पौधगिरी अभियान
उन्होंने बताया कि उदय भारत के तहत पौधगिरी स्कीम में जिला के 80 स्कूलों में 45 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इब तक 38 हजार पौधे बांटे जा चुके हैं। इनमें फलदार, छायादार और फूलदार पौधे शामिल हैं। जल शक्ति अभियान के तहत गांवों की खाली पंचायती जमीन पर भी पौधारोपण किया जा रहा है।
नौंवी के बच्चों के लिये विशेष योजना
जय कुमार के अनुसार पेड़ों को बढ़ावा देने के लिये सरकार ने हाल ही में एक नई योजना शुरू की है। इस जिला में इसकी शुरूआत 15 अगस्त से की जायेगी। योजना के तहत स्कूल में नौंवी कक्षा के हर विद्यार्थी को एक पौधा दिया जायेगा, उसके संरक्षण व पालन पोषण की जांच उस विद्यार्थी की होगी। 12 वीं उस पौधे के विकास की जांच होगी जिसके आधार पर उसे अधिकतम 5 अंक दिये जायेंगे।
इन नर्सरियों से ले सकते हैं मुफ्त पौधे
उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जिला में गांव शाहपुर, रंगरूटी खेड़ा, बालू, मंगलपुर, घरौंडा, मुणक, मलिकपुर, कंबोपुरा, ऑक्सीवन, इंद्री एस्केप और मनक माजरा स्थित नर्सरी से कोई भी नागरिक मुफ्त पौधे प्राप्त कर सकता है। डेढ़ लाख मुफ्त पौधे वितरण के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 57 हजार 800 पौधे बंाटे जा चुके हैं।
शहर में 5 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य
वन मंडल अधिकारी के अनुसार उपायुक्तअनीश यादव के निर्देश पर शहर में जीटी रोड के किनारों, एचएसआईडीसी व एचएसवीपी की खाली जमीन पर, ग्रीन बैल्ट तथा अन्य सडक़ों के किनारे गुलमोहर, कचनार, अमलताश, झारूल जैसे फूलदाव व सुगंधित पौधे लगाये जायेंगे। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस(नेशनल हाईवे 152 डी)के दोनों ओर 49 किमी से 72 किमी के बीच 24 हजार पौधे लगाये गये हैं।
उन्होंने लोगों से घरों से आसपास व खाली जमीन पर अधिकाधिक पौधे लगाने व उनके सरंक्षण की अपील की है।