- देश भर में आलिशान होटलों से चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला आरोपी गिरफ्तार
- नूर महल होटल में चोरी कर चोर हुआ था फरार पुलिस ने पकड़ा
- आरोपी देश भर मेें विभिन्न होटलों से इस प्रकार की हाईप्रोफाईल चोरी की 24 वारदातों को दे चुका है अंजाम
- नूर महल होटल में चोरी के मामले में आरोपी के कब्जे से करीब 15 तोले सोना व 3800 रूप्ये की नगदी की गई बरामद
पुलिस अधीक्षक करनाल शशांक कुमार सावन के कुशल मार्गदर्शन में कार्य करते हुए जिला पुलिस की टीमें विभिन्न प्रकार के अपराधों में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करके लगातार सलाखों के पीछे भेज रही हैं। जिला पुलिस की डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज उप निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में कार्य करते हुए टीम द्वारा करनाल के पांच सितारा नूर महल होटल में घटित एक हाईप्रोफाईल चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
एएसआई कर्मबीर सिंह डिटेक्टिव स्टाफ की अध्यक्षता में टीम द्वारा दिनांक 12 मई 2023 को आरोपी जयेस रावजी सेजपाल पुत्र रावजी गुजराती वासी पदमावती सोसाईटी मुख्तानन्द मार्ग वापी वेलसाड गुजरात, उम्र 52 साल व पढ़ाई नौवी तक को विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर रायपुर छत्तीसगढ़ से काबू करके लाया गया। आरोपी को दिनांक 13 मई को पेश अदालत करके 9 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया। दौराने रिमाण्ड आरोपी से गहनता से पूछताछ की गई और दौराने रिमाण्ड आरोपी के कब्जे से मुम्बई में एक किराये के कमरे से चोरीशुदा करीब 15 तोले पिघला हुआ सोना व 3800 रूप्ये की नगदी बरामद की गई।
उप निरीक्षक अनिल कुमार की अध्यक्षता में डिटेक्टिव स्टाफ की टीम जिसमें उप निरीक्षक विनोद कुमार, एएसआई कर्मबीर सिंह, मुख्य सिपाही मैनपाल, मुख्य सिपाही राजेश और उप निरीक्षक कर्मबीर सिंह इंचार्ज साईबर सैल की अध्यक्षता में मुख्य सिपाही सहित साईबर सैल की टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों की मदद से आरोपी तक पंहुचने में कामयाब हुई और आरोपी को कम समय में ही गिरफ्तार कर लिया गया।
#आरोपी का वारदात करने का तरीका :
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक करनाल श्री शशांक कुमार सावन ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी से पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक आदतन अपराधी है। आरोपी ज्यादातर बडे शहरों में थ्री स्टार, फाईव स्टार व सेवन स्टार जैसे आलिशान होटलों में बडे ही शातिर तरीके से इस प्रकार की चोरी की वारदातों को अंजाम देता है। सबसे पहले किसी बडे शहर में जाकर बस अड्डे के आस पास ठहरकर शहर के सितारा होटलों की रैकी करता था और रैकी करने के लिए ई-रिक्शा या ऑटो का प्रयोग करता था।
जिसके बाद आरोपी होटल चिन्हित करके उस होटल का सम्पर्क नम्बर ऑनलाईन निकालता है। उसके बाद आरोपी उस नम्बर पर फोन करके कोई पार्टी या शादी का प्रोग्राम या अन्य प्रकार के प्रोग्राम बुक करने की बात करके उक्त होटल में होने वाले प्रोग्रामों की डिटेल जुटा लेता था और उस होटल की व्यवस्था व डैकोरेशन आदि देखने के बहाने उस होटल में आकर उसको अच्छी तरह से परख लेता था और सारी जानकारी एकत्रित कर लेता था। उस होटल में होने वाले किसी प्रोग्राम के दौरान आरोपी उस होटलों में महिलाओं के ठहरने वाले कमरों की रैकी करता था और जब महिलाएं अपने कमरे का ताला लगाकर प्रोग्राम में चली जाती थी तो आरोपी होटल में इन्टरकॉम के द्वारा होटल के रिसेप्शन पर कॉल करके कहता था कि यह कमरा नम्बर मेरी पत्नी है और कमरे की चाबी गलती से कमरे के अंदर ही रह गई है।
इस कमरे का ताला खोल दो, इसमें से सामान निकालना है। जब होटल वाले उससे उसकी पत्नी का नाम पूछते और नाम गलत मिलता तो होटल वाले कहते ही यह कमरा तो इस महिला का नही किसी अन्य महिला के नाम है।
आरोपी उन्हें कहता की मैं अपनी पत्नी से पता करता हूं कि कौन सा कमरा नम्बर है। फिर आरोपी कुछ समय बाद इन्टरकॉम से होटल के रिसेप्शन पर दोबारा फोन करता है और रिसेप्शन वालों द्वारा बताए गए नाम को दोहराता की यह मेरी पत्नी का कमरा है और ताले की चाबी कमरे की अंदर ही रह गई है।
इसके बाद होटल स्टाफ उक्त कमरे का ताला खोलकर निकल जाता था और आरोपी कमरे के अंदर घुसकर कमरे में रखा सारा कीमती सामान व नगदी आदि चोरी करके किसी ई-रिक्शा या ऑटो में बैठकर मौका से फरार हो जाता था। आरोपी काफी साल पहले मुम्बई के ताज होटल में कैटरिंग का काम करता था। जिसकी वजह से आरोपी को होटल से संबंधित सारी जानकारी थी। तभी से आरोपी ने इस तरह के प्लान बनाने व वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया था।
आरोपी द्वारा अंजाम दी गई वारदातें :
आरोपी एक आदतन अपराधी है। आरोपी ने देश के बडे़-बड़े शहरोें में ऐसी कुल 24 वारदातों को अंजाम दिया है। ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले शहरों में मुम्बई, कोलकाता, चण्डीगढ़, जालंधर, जयपुर, आगरा, हैदराबाद, विशाखापट्टनम, रायपुर, लखनऊ, उदयपुर, नागपुर व अन्य बडे़ शहर शामिल हैं। आरोपी ने जितनी भी वारदातों को अंजाम दिया है, सभी वारदातों में संबंधित पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकतर मामलों में आरोपी सजा काट चुका है और कई मामलों में आरोपी जमानत पर बाहर चल रहा है। आरोपी ने इस तरह की वारदातों को अंजाम देना वर्ष 2000 से ही शुरू कर दिया था।
आरोपी जेवरात चोरी करके पहले उन्हें पिघलवाकर अपने पास रख लेता था और मौका पाकर उन्हें बेच देता था। आरोपी ने जिला करनाल के मामले में चोरीशुदा सोने के जेवरात को भी पिघलवाकर अपने पास रख लिया था और बेचने की फिराक में था। आरोपी द्वारा अब तक कई करोड़ रूप्ये कीमत के जेवरात व नगदी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। करनाल के नूर महल होटल में चोरी वारदात को अंजाम देने के बाद भी आरोपी ने नागपुर महाराष्ट्र के एक आलिशान होटल में इसी प्रकार की वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपी द्वारा वारदातों को अंजाम देने का उद्देश्य :
आरोपी जुआ खेलने, ऑनलाईन सट्टा लगाने, क्रिकेट मैच पर सट्टा लग