April 29, 2024

करनाल/कीर्ति कथूरिया : जिला करनाल सहित पूरे प्रदेश में मानव तस्करी के खिलाफ, गुमशुदा बच्चों को खोजने और बंधुआ मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए अप्रैल माह में स्पेशल अभियान “ ऑपरेशन स्माइल” चलाया जा रहा है।

इसके तहत गुमशुदा बच्चों व व्यस्कों को खोजकर उनके परिवार से मिलवाया जा रहा है। करनाल पुलिस की टीमों द्वारा अप्रैल माह के तीसरेे हफ्ते में करनाल पुलिस के थाना घरौंडा की टीम द्वारा छह, थाना सदर की टीम द्वारा पांच, थाना रामनगर व कुंजपुरा की टीम द्वारा तीन-तीन, थाना शहर, मधुबन व थाना बुटाना की टीम द्वारा दो-दो, थाना सिविल लाईन, तरावडी व थाना असंध की टीम द्वारा एक-एक गुमशुदा बच्चों व वयस्कों खोजकर उनके परिजनो के हवाले किया गया।

करनाल पुलिस इन बच्चों व वयस्कों को खोजकर एक अति सराहनीय कार्य कर रही है। गुमशुदा बच्चों को खोजकर बाल कल्याण समिति के सम्मुख पेश करके काउंसलिंग करवाई गई और उनके परिजनों के हवाले किया गया।

साथ ही वयस्कों को खोजकर उनके ब्यान अंकित कराए गए और उनको भी उनके परिजनों को सौंपा गया। करनाल पुलिस द्वारा अभियान के माह के पहले व दूसरे हफ्ते में भी कुल 29 बच्चों व वयस्कों को खोजकर उनके परिजनों के हवाले किया जा चुका है।

वहीं करनाल पुलिस ऑपरेशन स्माइल अभियान के तहत अभियान माह के दौरान कुल 55 गुमशुदा बच्चों व वयस्कों को खोजकर उनके परिजनों के हवाले कर चुकी है।

पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा और उनके उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार जिला पुलिस द्वारा ऑपरेशन स्माइल चलाया जा रहा है।

ऑपरेशन स्माइल के तहत लेबर का कार्य करने वाले, भीख मांगने वाले या अपने परिजनों से बिछड़े बच्चो को खोजकर उनकी काउंसलिंग करवाई जाती है और उनके परिजनों के हवाले कर दिया जाता है।

जो बच्चे अनाथ हैं या उनके माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नही है, तो ऐसे बच्चों के परिजनों के बारे पता लगाने का प्रयास किया जाता है। अन्यथा ऐसे बच्चों को बाल गृह (सेल्टर होम) में भेज दिया जाता है।

इस अभियान के तहत बच्चों के परिजनों को अपने बच्चों को स्कूल में भेज कर अच्छी शिक्षा ग्रहण करवाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया कि यह एक सराहनीय अभियान है। इसके तहत हमें किसी परिवार को उनकी खुशियां लौटाने का अवसर प्राप्त होता है।

इस अभियान के माध्यम से बहुत से बच्चों का जीवन सकारात्मक दिशा में पथ प्रदर्शित होगा व पढ़ लिखकर एक अच्छे समाज का निर्माण करेंगे। साथ ही परिजनों से अपील की कि वह अपने बच्चों को लेबर कार्य व भीख मांगने जैसे कार्यों में लिप्त करके उनके भविष्य को अंधकारमय ना बनाएं।

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