- तहसीलदार गुरुग्राम दर्पण कंबोज को किया विजिलेंस ने गिरफ्तार, पहले करनाल के इंद्री में थे तहसीलदार
- अवैध कॉलोनी की रजिस्ट्री करवाने के नाम पर ली थी 40 लाख की रिश्वत
गुरुग्राम में भ्रष्टाचार पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने शिकंजा कस लिया है। ACB ने तहसीलदार दर्पण कंबोज को गिरफ्तार किया है। बता दें तहसीलदार पर अवैध कॉलोनी की रजिस्ट्री के नाम पर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। तहसीलदार को ₹40 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तहसील के कई और अधिकारी जांच के दायरे में आ चुके हैं।
तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। लेकिन ऐसा हो नहीं सकता की अकेले तहसीलदार इतनी मोटी रिश्वत गुरुग्राम जैसे जिले में ले रहा हो, सीनियर अधिकारियों की भी इस मामले में गहनता से विजिलेंस को जांच करनी चाहिए, अगर तहसीलदार को रिमांड पर लेकर सख्ती से पूछताछ हो तो और कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते है, लेकिन गुरुग्राम के तहसीलदार की गिरफ्तारी के बाद गुरुग्राम सचिवालय के कई अधिकारियों में हड़कंप जरूर मच गया है, हम आपको बता दे गुरुग्राम में करनाल के DC रहे निशांत यादव ने जब चार्ज संभाला था उसी दौरान आस पास ही करनाल के इंद्री में रहे तहसीलदार दर्पण कंबोज का सीधा गुरुग्राम में तबादला हुआ था
इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद तहसीलदार और उस भूमि के मालिक दौलताबाद निवासी हरीश को गिरफ्तार किया है। मामले में और कितने लोगों की भूमिका थी, इस बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा।
एंटी करप्शन ब्यूरो को छह माह पहले एक गुमनाम शिकायत मिली थी। इसमें तहसीलदार दर्पण कांबोज पर करीब 40 लाख रुपये रिश्वत लिए जाने का आरोप लगाया गया था। रिश्वत की यह मोटी रकम तहसीलदार ने दौलताबाद में अवैध रूप से काटी जा रही कॉलोनी के प्लाटों की रजिस्ट्री के नाम पर प्रॉपर्टी डीलर से ली थी।
उस समय आरोपी हरसरू तहसील में तैनात था। बीते साल दिसंबर में मिली इस गुमनाम शिकायत के बाद इसी साल जनवरी में एंटी करप्शन ब्यूरो ने यह मामला दर्ज किया था।
बृहस्पतिवार शाम करीब चार बजे ब्यूरो की एक टीम गुरुग्राम तहसील पहुंची और आरोपी तहसीलदार दर्पण को हिरासत में ले लिया। टीम उसे लेकर मुख्यालय पहुंची और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ब्यूरो के अधिकारी अभी इस मामले में कुछ खुलकर नहीं बता रहे हैं। उनका कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है।