किसानों की खराब फसलों का जायजा लेने किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे करनाल, Rahul Gandhi की सदस्यता रद्द होने पर टिकेट का बड़ा ब्यान, अमृतपाल को बताया सरकार का आदमी
बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल खराब हो गई है, किसान परेशान है, वो रो रहा है कि जिस फसल को उसने बच्चे की तरह पाला, वो अब बरबाद हो गई है , नुकसान भी काफी ज्यादा हुआ है, जहां एक तरफ सरकार कह रही है किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, सरकार उनके साथ है।
सीएम मनोहर लाल खुद जायजा ले रहे हैं खराब हुई फसलों का तो दूसरी तरह अब किसान नेता भी सड़क पर उतर आए हैं। राकेश टिकैत आज करनाल पहुंचे उन्होंने करनाल से कैथल रोड पर शाहपुर गांव के पास एक खेत में जाकर किसान की खराब हुई फसल का जायजा लिया। फसल चारों तरफ खराब नजर आई क्योंकि बारिश ने किसान की मेहनत पर पानी फेर दिया।
राकेश टिकैत ने किसानों की गेहूं के दानों को हाथों में लिया और बताया कि अब इस गेहूं के दाने का वजन कम हो जाएगा। उन्होंने सरकार से प्रति एकड़ 25 हजार रुपए मुआवजे की मांग की है, उन्होंने कहा है कि अगर किसान को मुआवजा नहीं मिलेगा तो वो आवाज उठाते रहेंगे, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जिस तरीके से सरकार , नेता , मंत्री घर घर जाकर वोट मांगते हैं, चुनाव प्रचार करते हैं, वैसे ही सरकार के नुमाइंदे की ड्यूटी लगानी चाहिए और हर खेत का सर्वे होना चाहिए।
सर्वे में किसानों को जितना नुकसान हुआ है फसल का वो नुकसान किसानों को मिलना चाहिए, सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सीएम मनोहर लाल को हेलीकॉप्टर नहीं बल्कि खेतों में जाकर मुआयना करना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि राहुल गांधी की सदस्यता चली गई है उस पर उन्होंने कहा कि अभी तो और नेताओं की भी जाएगी। 3 रास्ते हैं या तो भाजपा ज्वाइन कर लो, या जेल में डाल दिए जाएंगे या आंदोलन कर लो, हम आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
वहीं उन्होंने अमृतपाल को सरकार का आदमी बताया। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल को दिल्ली में एसकेएम की मीटिंग होगी और उसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।