करनाल : राष्ट्रीय पूर्वसैनिक संघ की बैठक आज सैक्टर-3 एक्सटैंशन में स्थित तुषार राजकुल भवन में हुई, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ नौ सैनिक राजबीर सिंह चौहान ने की। बैठक में उपस्थित पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में कहा कि 7वें और 8वें वेतन आयोग के मध्य देय वन रैंक-वन पैन्शन संसोधन में सैन्य अधिकरियों एवं पी0बी0 ओ0 आर0ज् के बीच भारी भेदभाव किया गया है, जो सर्वथा निन्दनीय एंव असहनीय है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्रीय पूर्वसैनिक संघ के अध्यक्ष राजबीर सिंह चौहान ने कहा कि दुश्मन की गोली बाडऱ्र पर खड़े सैनिक का रैंक नहीं पूछती है, इसलिये पी0बी0ओ0आर0ज् तथा सैन्य अधिकारियों के वेतन, सुविधायें और पैन्शन में इतना भारी भरकम अन्तर नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस अन्तर एंव भेदभाव को एक समान मिलट्री सर्विस पे, हाडऱ् लाईंग अलाऊंस तथा समान राशनभत्ता देकर कम किया जाना चाहिये, जिसकी बदौलत सशस्त्र सेनाओं के मान, सम्मान एवं गौरव की रक्षा होगी।
चौहान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की वन रैंक-वन पैंशन की घोषणा के बावजूद उसे लागू करते समय सैन्य अधिकारियों एंव पी0बी0ओ0आर0ज् की पैन्शन में व्याप्त भारी भरकम अन्तर एंव पैन्शन विसंगतियों के लिये सशस्त्र सेनाओं के ब्रास हैड्स तथा रक्षा मन्त्रालय की ब्यूरोक्रेसी जिम्मेदार हैं। इसलिये हमारा संगठन अब तत्काल प्रभाव से पी0बी0ओ0आर0 पैन्शन विसंगतियाँ उन्मूलन अभियान चलायेगा।
हमारा यह भी सतत् प्र्रयास रहेगा कि कोई भी पी0बी0ओ0आर0 संगठन किसी असमाजिक तत्व अथवा देशद्रोही ताकतों के बहकावे में आकर इस मूल उद्देश्य से पूर्व सैनिकों को पथभ्रष्ट करने में सफल न होने पाये।
बैठक में आ0 कैप्टन रामपाल कौशिक, गाजियाबाद, आ0 कैप्टन महीपाल सिंह, आ0 कैप्टन तेजबीर सिंह, सी0पी0ओ0 हवा सिंह पानीपत, हवलदार सिक रम सिंह अम्बाला, हवलदार विनोद कुमार, हडलाना नायक दुली चन्द, हवलदार देश कुमार, हवलदार ओम प्रकाश, लांस हवलदार रतन सिंह कैथल, नायब सुबेदार बलराज सिंह, नायब चंद्रभान शर्मा, सार्जंट धर्मवीर सिंह एवं सार्जंट सुशील कुमार आदि अनेकों पूर्व सैनिक शामिल रहे।