बारिश में गिरा मकान , MLA व अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी नहीं मिली सहायता , कुटेल गांव के व्यक्ति ने लगाई फांसी
करनाल में कुटेल गांव में एक व्यक्ति ने फांसी लगा ली। नरेश अपना घर गिरने से परेशान चल रहा था। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। नरेश के परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है।
इस शहर में, इस राज्य में , इस देश में गरीब आदमी की सुनवाई नहीं होती, सुनवाई होती है तो सिर्फ उनकी जो प्रशासन और सरकार के खास होते हैं। ये बात इसलिए है क्योंकि कोई गरीब मर जाए तो ना उसका फर्क प्रशासन को पड़ता है और ना सरकार को, लेकिन फर्क पड़ता है तो परिवार को, उसके बच्चे को , रिश्तेदार को।
दरसअल पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने कुटेल गांव में अपने भाइयों के साथ रहने वाले नरेश के घर पर कहर बरपाया, बारिश से 3 कमरों वाले मकान के 2 कमरों की पूरी छत गिर गई , वहीं एक भाई के कमरे की कड़ियाँ निकल गई, घर के 10 – 1 2 सदस्य एक ही कमरे में इस डर के साथ रह रहे थे कि कहीं फिर से तेज़ बारिश ना आ जाए और सब खत्म हो जाए।
सरपंच से लेकर घरौंडा के विधायक तक गुहार लगाई गई , एप्लीकेशन दी गई पर हमने कहा ना गरीब की बात कौन सुनता है यहां भी वही हुआ और परेशान होकर नरेश ने फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली।
परिवार में मातम का माहौल है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, मृतक के बेटे को एहसास तक नहीं कि अब उसके पिता उसके लिए खिलौने नहीं लाएंगे ऐसे में अभी भी परिवार को उम्मीद है एक मदद कि घर का व्यक्ति तो चला गया काश क्या पता अब ही प्रशासन और विधायक हमारी तरफ धयान देकर हमारे घर की छत पक्की बनवा दें।