पानीपत का लाल नीरज चोपड़ा एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी में , भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई
चोपड़ा ने ओलंपिक में पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया, जिससे भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ गईं।
भारत के लिए टोक्यो ओलिंपिक में पदक की बढ़ी आस नीरज चोपड़ा ने बुधवार को दिखा दिया कि आखिर ऐसा दावा क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने पूल ए क्वॉलिफाइंग राउंड के अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर भाला फेंककर फाइनल क्वॉलिफाइ कर लिया।
वहीं पूल बी में पाकिस्तान के नदीम अरशद टॉप पर रहे जिन्होंने 85.16 मीटर भाला फेंका। नदीम ने भी ऑटोमैटिक क्वॉलिफाइ किया।
पानीपत के नीरज चोपड़ा के जेवलिन थ्रो में क्वालीफाई के बाद घर में खुसी का माहौल, परिवार को बधाई देने वालों का लगा तांता। नीरज चोपड़ा के पैतृक गांव में भी खुशी का माहौल। नीरज के परिवार वाले मिठाईयां बांटकर दे रहे एक दूसरे को बधाइयां।
परिजनों का कहना नीरज चोपड़ा से पूरे देश को गोल्ड मेडल की उमीद है और नीरज चोपड़ा देश की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। परिजन बोले, मेडल जीतने के बाद दिल्ली से स्वागत करते हुए गांव में पहुंचेंगे। नीरज चोपड़ा के दादा धर्मसिंह चोपड़ा बोले,मेरा पोता जीतकर आएगा।
पानीपत जिले के छोटे से गांव खण्डरा के रहने वाले नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही अटेंप्ट में टोक्यो ओलिंपिक में क्वालीफाई कर फाइनल में जगह बनाई और देश के लिए एक और मेडल की उम्मीद जगा दी। जिसके बाद से देश के साथ साथ नीरज के पैतृक गांव और परिवार में खुसी का माहौल है और घर वाले मिठाईयां बैठकर खशी मना रहे है,परिवार को बधाई देने वालो का भी ताता लगा हुआ है,नीरज के परिजनों का कहना है कि सुबह से ही लोग उन्हें सोसल मीडिया के माध्यम से व मिलकर बधाई से रहे है, ओर उन्हें नीरज से उमीद है कि ओर देश के लिए गोल्ड लेकर आएंगे।
भारतीय फैंस के लिए बुधवार के दिन की शुरुआत शानदार रही. ओलिंपिक में मेडल की बड़ी उम्मीद माने जा रहे नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो इवेंट में आसानी से जगह बना ली. नीरज ने अपने पहले ही अटेंप्ट में फाइनल का टिकट हासिल कर लिया. फैेंस अपने इस स्टार से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे। कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स के मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का फाइनल में खेलना लगभग तय माना जा रहा था. बुधवार को क्वालिफाइंग राउंड में नीरज उम्मीदों पर खरे भी उतरे. वह देश के पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई है. वहीं ओलिंपिक के एथलेटिक्स इवेंट के फाइनल में जगह बनाने वाले वह 12वें भारतीय एथलीट है।
आपको बता दे की नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही अटेंप्ट में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने पहले अटेंप्ट में 86.65 मीटर की दूरी का थ्रो फेंका था जिसके बाद वह चार्ट्स में सीधे नंबर वन पर पहुंच गए थे. उन्होंने पहले ही अटेंप्ट से फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया था. जैसे ही उन्होंने 86.65 मीटर का थ्रो फेंका भारतीय खेमें में खुशी की लहर दौड गई. नीरज चोपड़ा से इसी तरह के प्रदर्शन के उम्मीद थी. नीरज चोपड़ा के अलावा पहले अटेंप्ट में फिनलैंड के लासी ऐटेलाटोलो ने भी क्वालिफाई किया. उनका स्कोर 83.50 मीटर रहा इस इवेंट का फाइनल सात अगस्त को खेल जाएगा।
नीरज चोपड़ा की ओलिंपिक की तैयारियां चोट और कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिलकुल निराश नहीं किया और ओलिंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली. भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे. फाइनल सात अगस्त को होंगे।