करनाल। अखिल भारतीय रोड़ महासभा ने सोमवार को 63वां स्थापना दिवस मनाया। रोड़ भवन में हवन यज्ञ किया गया, जिसमें सभा के पदाधिकारियों ने आहूतियां डाली। महासभा के प्रेस सचिव सुरजीत सुभरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर हवन यज्ञ का आयोजन करके मानवता के कल्याण एवं सबके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए वैदिक मंत्रों से आहुतियां समर्पित की गई।
जिन महापुरुषों ने अपनी निष्ठा एवं समर्पण से रोड़ महासभा का गठन किया था, आज उनके योगदान को स्मरण करते हुए उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। उल्लेखनीय है कि महासभा अपनी स्थापना के समय से ही समाज निर्माण के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती रही है।
रोड़ महासभा के प्रधान नसीब सिंह ने कहा कि रोड़ महासभा के प्रयासों से कुरुक्षेत्र, करनाल, पंचकुला, पानीपत, हरिद्वार, असंध व पूंडरी (निर्माणाधीन) में बिरादरी के भव्य भवन निर्मित हुए हैं, जिनमें समाज सेवा की विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों जैसे नशा, खर्चीली शादियां, भ्रूण हत्या, मृतक भोजन आदि को दूर करने के लिए महासभा द्वारा समय-समय पर जनजागरण के कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
मेधावी छात्रों, खेल, कला एवं संस्कृति में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को भी महासभा द्वारा सम्मानित किया जाता रहा है। युवा वर्ग को अपनी प्रतिभा एवं कौशल को निखारने की प्रेरणा मिलती है। रोड़ महासभा की कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने आज यह संकल्प लिया कि वे समाज सेवा एवं महासभा के कार्यों के प्रति और ज्यादा समर्पित होकर कार्य करेंगे, जिससे समाज की बेहतरी के लिए वर्तमान पीढ़ी एवं आने वाली पीढिय़ां उनके कार्यों को याद करें।
इस अवसर पर रामपाल पलवल, राजकुमार मेहला, सुरेंद्र बरसालु, कुलदीप पबनावा, जिले सिंह चौहान, धर्मवीर खेड़ी, सुरजीत सुभरी, शीशपाल, रामरत्न खैंची, धर्मवीर पानीपत, राजेंद्र नली, उदय सिंह, अंशुल चौधरी, महेंद्र सिंह, धर्मवीर सीकरी, विनोद शाहपुर व रणबीर आर्य आदि मौजूद रहे।