Live – देखें – Big News – NV Distilleries शराब फैक्टरियों के मालिक अशोक जैन को पानीपत पुलिस ने किया गिरफ्तार ,लिया 5 दिन के रिमांड पर ,शराब की अवैध तस्करी का बड़ा मामला ,देखें Live – Share Video
पानीपत पुलिस ने पशु आहार की फर्जी बिल्टी से हरियाणा , पंजाब, गुजरात, दिल्ली, और बिहार सहित अन्य राज्यो में अवैध शराब बेचने का भंडाफोड़ ,मामले में पुलिस की इकोनॉमिक सेल ने शराब बनाने के बड़े कारोबारी और एनवी ग्रुप के मालिक अशोक कुमार जैन को उसके नई दिल्ली के वंदना अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार करने पर उसे समालखा अदालत में पेश कर 5 दिन की रिमांड पर लिया है।
आरोपित की पंजाब के राजपुरा के संघारसी में एक और अंबाला के नारायणगढ़ के बंधोली में एनवी नाम से दो डिस्टलरी है।
जेन का एक साल का 1360 करोड़ रुपयों का टर्नओवर है।
पुलिस अब अशोक कुमार जैन और सोनिपत के सिसाना के भूपेंद्र सिंह के बीच शराब तस्करी के कनेक्शन का भी पता लगा रही है।
इकोनॉमिक सेल ने सोमवार को फर्जी बिल्टी पर शराब तस्करी कराने के आरोपी डिस्टलरी के मालिक अशोक जैन को दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपी पंजाब के राजपुरा स्थित एनवी डिस्टलरी और अंबाला की दो डिस्टलरी का मालिक है। एक्साइज ड्यूटी न चुकानी पड़े इसलिए तस्करों से मिलकर फर्जी बिल्टी व अन्य कागजात पर बिना परमिट के हरियाणा व अन्य प्रदेशों में शराब की तस्करी करता था।
आपको बता दे कि इससे पहले अवैध शराब बेचने के मामले में आरोपित के डिस्टलरी मैनेजर सहित 4 कर्मचारियों , 2 ट्रक चालकों और एक अन्य मालिक को गिरफ्तार किया गया,,वही अब अशोक जैन पुलिस के शिकंजे में है।
- बता दे कि पानीपत में शराब तस्करी के 7 मामले दर्ज है।
- इसमें रोमियो क्रेजी ब्रांड की शराब जब्त है।
- पांच मामलों में सोनिपत के सिसाना गांव के भूपेंद्र की भूमिका बताई गई है।
- समालखा में जिस ट्रक में अशोक जेन की अवैध शराब बरामद हुई थी उसका चालक और मालिक भूपेंद्र के गांव के थे।
- ये भूपेंद्र के ही गुर्गे बताए गए है।
पुलिस ने देर रात अशोक जैन और तस्कर को आमने सामने भी किया। कई घन्टो तक पूछताछ की गई। पुलिस को शक है कि भूपेंद्र ही अशोक जैन की डिस्टलरी में बनने वाली रोमियो क्रेजी ब्रांड की शराब के सबसे बड़े खरीददारों में से एक है। अब अशोक जैन और भूपेंद्र की मुश्किलें बढ़ गयी है। आपको ये भी बता दे कि अशोक कुमार जैन कैसे फंसा। दरअसल तेजपाल को इकोनॉमिक्स सेल ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर 3 दिन की रिमांड पर लिया।
रिमांड के दौरान आरोपित ने बताया कि उसने शराब एनवी डिस्टलरी राजपुरा के मालिक अशोक जैन से खरीदी थी। जिसके बाद अशोक जैन को गिरफ्तार कर लिया गया। वही डीएसपी ने बताया कि शराब घोटाले के बाद आईएएस-आईपीएस के सीनियर अधिकारियों की एक एसईटी बनाई थी। जिसने 30 जुलाई 2020 को सरकार को रिपोर्ट सौंप दी।
उसमें भी एनवी डिस्टलरी द्वारा बिना परमिट के शराब बेचने का जिक्र है। एसईटी ने एक साल के केस खंगाले तो 14 केस मिले। इसमें से 7 केस पानीपत से संबंधित है। यानी 7 केस में पकड़ी गई क्रेजी रोमियो ब्रांड की अवैध शराब अशोक जैन की डिस्टलरी की है।
पुलिस के शिंकजे में फंसा अरबपति अशोक जैन शाही तरीकेसे रहता है। महलनुमा आलीशान बंगला है। पुलिस के लिए जेन की गिरफ्तारी आसन नही थी। पुलिस टीम जब दिल्ली के वंदना अपार्टमेंट पहुची तो अशोक जैन ने राजनीतिक पहुच की बात कहकर हड़काने का प्रयास किया। एक ग्घन्टे तक हंगामा होता रहा। उसने अपने आपको बीमार भी बताया। कार्यवाही से बचने के लिए कानूनी सलाहकार भी बुलाये। डॉक्टर से चेकअप करवाया तो वो स्वस्थ मिला।
जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अक्सर पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपितों को मीडिया के सामने पेश करती है। लेकिन इस बार पकड़े गए अशोक जैन को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश क्यो नही किया। मीडिया के सामने अशोक जैन को न पेश किए जाने पर आपकी क्या राय है जरूर बताएं