- जींद ऐशो-आराम के लिए बीबीए छात्राएं बनीं ठग ,फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ठगी करने का मामला ,देंखे पूरी खबर
- लग्जरी लाइफ के लिए घर वालों से भी कर चुकी है किनारा,जींद में जेवेलरी की दुकान पर इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर पहुंची थी दोनों
हरियाणा के जींद शहर में एक बड़ा अजीबो गरीब ठगी का मामला सामने आया ,शहर के सर्राफा बाजार में फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ज्वैलर्स से 1.50 लाख की राशि मांगने वाली दोनों युवतियां बीबीए किए हुए हैं। दोनों ने पहले दिल्ली में एक कॉल सेंटर पर नौकरी की। इसके बाद कॉल सेेंटर संचालक के संपर्क में आने के बाद खुद के ऐशो-आराम व शानो शौकत के लिए पहले घर वालों से किनारा किया और उसके बाद लोगों को इस तरह ठगी का शिकार करना शुरू कर दिया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दोनों लोगों को इस तरह से ठगने वाले बड़े गिरोह में शामिल हैं। जिसका सरगना दिल्ली में रहता है और एक कॉल सेंटर का संचालक भी है।इस गिरोह के सदस्यों ने कई शहरों में फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर इस तरह से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दिया है। पकड़ी गई एक युवती ने अपनी पहचान श्वेता वर्मा निवासी गली नंबर 1 बलबीर नगर शाहदरा दिल्ली व दूसरी युवती ने अपना नाम स्वाति सांगवान निवासी निर्जन व हाल आबाद डिफेंस काॅलोनी कैथल के रूप में बताई।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों युवतियों को गुरुवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इस दौरान पुलिस गिरोह में कौन-कौन लोग शामिल हैं। अब तक कहां-कहां वारदात को अंजाम दिया है, इसका पता लगाएगी।पकड़े जाने पर गिरोह के सरगना से कराई बातदोनों युवतियों ने पहले पुलिस के सामने खुद को असली इनकम टैक्स ऑफिसर बताया।
इसके बाद अपने गिरोह के सरगना से फोन पर बात कराई। इस दौरान गिरोह के सरगना ने खुद को इनकम टैक्स कमिश्नर होना बताया और दोनों को आयकर विभाग के ऑफिसर बताया। लेकिन पुलिस ने जब दोनों से गहनता से पूछताछ की तो युवतियों ने पुलिस के सामने सारी सच्चाई उगल दी। युवतियों ने बताया कि ये उनके फर्जी आई कार्ड हैं। वे दुकानदार से अपने ऐशो-आराम शानो-शौकत के लिए पैसा हड़पना चाहती थी।
एक का पिता है बिजली निगम में जेई : पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि एक युवती का पिता कैथल में बिजली निगम में जेई के पद पर हैं। करीब डेढ़ साल पहले युवती एक युवक के साथ घर से फरार हो गई थी। इसके बाद से उसका घरवालों से संपर्क नहीं रहा।स्वर्णकारों ने की एसआईटी से जांच करने की मांगशहर के स्वर्णकार पूर्व प्रधान रिंकू सोनी के नेतृत्व में गुरुवार को डीएसपी पुष्पा खत्री से मिले और मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की।
स्वर्णकारों का कहना था कि यह एक बड़ा गिरोह है और इसमें काफी लोग शामिल हो सकते हैं।शिकार से करातीं थीं संचालक से बात, वह बताता था इनकम टैक्स कमिश्नर