- करनाल एक स्कूल और राइस मिल में हुए हाई प्रोफाइल गैंगरेप मामले में पुलिस सवालों के घेरे में ,क्या है पूरा मामला ,देखें पूरी खबर
- तरावड़ी राईस मिल मामले में मेडिकल में हुई महिला के साथ रेप की पुष्टि लेकीन मामला खत्म क्यों ?
करनाल जिले में गैंगरेप के दो मामलों में पुलिस ही सवालों के घेरे में आ गई है। प्रताप पब्लिक स्कूल के संचालक अजय भाटिया और तहसीलदार राज बख्श पर दर्ज केस की जांच नहीं बढ़ पा रही है और तरावड़ी के राइस मिल में हुए गैंगरेप का मामला भी रफा-दफा हो गया। सवाल है कि जब मेडिकल में महिला से रेप की पुष्टि हो गई है तो पुलिस एफआईआर को कैंसिल करने में जल्दी क्यों कर रही है। यदि गैंगरेप नहीं हुआ है तो उस महिला के साथ रेप किसने किया। गौरतलब है कि तरावड़ी के नितिन एग्रो राईस मिल में हुए सामूहिक रेप मामले में 8 बड़े राईस मिलर्स व आढ़तियों के नाम आये थे 4 दिन बीत जाने के बाद भी नाही किसी की गिरफ्तारी हुई थी नाही कोई रिमांड !
सुबह महिला आयोग के सामने पीड़ित महिला ने गैंग रेप का ब्यान दिया वही कुछ घंटे बाद कैसे महिला कोर्ट में ब्यानों से पलट गई !
वही तरावड़ी थाना के एसएचओ सचिन का कहना है कि पीड़ता ही अपने बयान में मुकर गई है। इस केस में महिला आयोग ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। करनाल पहुँची महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ ने भी दोनों ही गैंग रेप के मामलों में दबाव व पैसे व पॉवर का इस्तेमाल जैसी बातें दोनों ही गैंग रेप मामले में कही थी !
वही दूसरी तरफ करनाल के प्रताप पब्लिक स्कूल के संचालक अजय भाटिया और तहसीलदार राज बख्श पर भी रेप के आरोप लगे थे , करनाल एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने इस केस में दो एसआईटी बनाई थी , लेकिन केस के 14 दिन बीतने के बाद भी पुलिस की जांच फाइलों में ही है।