करनाल शहर के जाने माने प्रताप स्कूल के मालिक अजय भाटिया, स्कूल प्रिंसिपल और करनाल के तहसीलदार राजबख्श के खिलाफ गैंग रेप का मामला दर्ज होने के बाद इसमें नई जानकारी सामने आई है। करनाल पुलिस के अनुसार सिविल लाइन थाना में महिला के खिलाफ दो दिन पहले ही ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया गया है।
हाईप्रोफाइल मामले को लेकर शहर में चरचाओं का बाजार गर्म है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) की दो टीमों का गठन किया है। दोनों टीमें अलग-अलग डीएसपी के नेतृत्व में पूरे प्रकरण की जांच करेंगी।
प्रताप पब्लिक स्कूल में तैनात असिसटेंट लाइब्रेरियन ने बीते रोज एसपी को दी शिकायत में स्कूल के मालिक अजय भाटिया, प्रिंसिपल और तहसीलदार करनाल राजबख्श पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। महिला की शिकायत पर महिला थाना में गैंगरेप समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही स्कूल संचालक अजय भाटिया की ओर से शिकायतकर्ता महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया गया था, जिसके आधार पर पहले ही केस दर्ज किया जा चुका है। एक ओर जहां महिला गैंगरेप समेत तमाम आरोपों पर अडिग है, वहीं अजय भाटिया ने इसे साजिश करार दिया है। वहीं तहसीलदार राजबख्श ने महिला को पहचानने से भी इंकार कर दिया है और कहा कि उनका नाम एक साजिश के तहत घसीटा जा रहा है।
दोनों पक्षों की शिकायतों की जांच के लिए एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने एसआईटी की टीमों का गठन किया है। एसआईटी की एक टीम का नेतृत्व डीएसपी जगदीप दुहन करेंगे, इनके साथ महिला थाना प्रभारी कविता दलाल सहयोगी रहेंगी। वहीं दूसरी टीम का नेतृत्व डीएसपी राजीव कुमार करेंगे और उनके साथ सिविल लाइन थाना प्रभारी संजीव गौर सहयोग करेंगे। इन दोनों एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर ही मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।
एसपी करनाल सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा कि फिलहाल इस बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं की जा सकती। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दी है, एसआईटी की रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। न तो किसी के साथ ज्यादती होने दी जाएगी और न ही किसी के साथ अन्याय।