- भारतीय संस्कृति में स्त्री का दर्जा पुरुष से अधिक सम्मानीय : भारत भूषण कपूर
- आपकी रसोई रही महिलाओं की सेवा और त्याग भावना को समर्पित
करनाल : जेबीडी समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं समाजसेवी भारत भूषण कपूर ने कहा कि जहां नारियों की पूजा की जाती है वहां देवता निवास करते हैं। महिलाओं को प्रेरित करने के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं पडऩी चाहिए। अगर हम गहराई से झांककर देखें तो महिला हो या पुरुष दोनों में सब कुछ करने की अपार क्षमता छिपी हुई है। इतिहास गवाह है कि नारी ने हमेशा से परिवार संचालन का उत्तरदायित्व सम्भालते हुए समाज निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वहीं भारतीय संस्कृति में स्त्री का दर्जा पुरुष की अपेक्षा कहीं अधिक सम्मानीय माना गया है।
समाजसेवी भारत भूषण कपूर आज जेबीडी समाज कल्याण समिति द्वारा प्रत्येक रविवार को लगाए जाने वाली आपकी रसोई में उपस्थितजनों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित आपकी रसोई महिलाओं की सेवा और त्याग भावना को समर्पित है। आज आपकी रसोई में सेवा कार्यों का दायित्व महिलाओं ने बखूबी निभाया। श्री सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर के सभी सदस्यों द्वारा आपकी रसोई के आयोजन के लिए श्री भारत भूषण कपूर का भव्य स्वागत किया गया।
समाजसेवी भारत भूषण कपूर ने कहा कि भूखे को भोजन मानवता का सबसे बड़ा धर्म है। अन्न देवता स्वरूप है अन्न की बर्बादी नहीं होनी चाहिए। कुछ लोग बचे हुए भोजन को व्यर्थ में फैंक देते हैं, जो अन्न का अपमान होता है इसलिए बचे हुए भोजन को फैंकना नहीं चाहिए बल्कि वह भोजन किसी गरीब परिवार में वितरित कर देना चाहिए। हमेशा थाली में उतना ही अन्न लेना चाहिए जितना कि हम खा सके।
इस मौके पर समाजसेवी श्रीमती किरण कपूर के अलावा अनीता कालड़ा, अंजलि रहेजा, पूनम चौधरी, मधु चावला, सोनिया गुलाटी, मीना शर्मा, राजविन्द्र कौर, युक्ति खुराना, प्रिया, लेखराज वधवा, मिनटू कुमार, सुरिन्द्र अगघी, भूपिन्द्र भाटिया, शंकर घई के अलावा अन्य लोग मौजूद थे।