- करनाल निवासी नरेंद्र जग्गा जी के द्वारा किया गया देह का दान , देखें पूरी खबर
- जाते जाते भी समाजसेवी नरेंद्र जग्गा जी कर गए अपना शरीर व नेत्र दान
करनाल के सेक्टर 6 निवासी नरेंद्र जग्गा जी जो बहुत साधारण मिलनसार मृदुभाषी सरल स्वभाव के व्यक्तित्व थे। अपने जीवन काल में अनेकों संस्थाओं के साथ सेवा का कार्य करना, समाज की सेवा के प्रति समर्पित भावना रखना उन का प्रमुख उद्देश्य था। अपने जीवन काल के अंदर उन्होंने अपनी पत्नी श्रीमती सुदेश कुमारी जी एवं सुपुत्र श्री अमित जी को बता रखा था कि जब भी मैं प्रभु को प्यारा हो जाऊं मेरी पूरे शरीर का दान समाज की सेवा के लिए कर देना।
उनके मरणो उपरांत उनके परिवार ने उनके नेत्रों का दान माधव नेत्र बैंक की टीम श्री चरणजीत बाली जी, श्री मनोज कुमार जी एवं श्रीमती अनु मदान जी को नेत्रों का दान दे दिया। तदुपरांत उनके संपूर्ण शरीर को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल को रिसर्च के लिए दान दे दिया। अपने पूरे जीवन में सेवा के साथ ही जुड़े रहे रात को प्रभु नाम का सिमरन करके सोए सुबह लगभग 6:00 बजे उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए मरते समय भी वह राम नाम की माला का उच्चारण कर रहे थे।
पीछे परिवार में अपनी पत्नी पुत्र पुत्रवधू व बेटियां दामाद को छोड़कर गए हैं।प्रभु उनकी आत्मा को शांति देना एवं उनके द्वारा दिखाए मार्ग से समाज भी जागृत हो कि जीते जीते रक्तदान जाते-जाते नेत्रदान अगर हो सके तो देह का दान भी कर देना चाहिए।
शरीर दान के लिए हेल्पलाइन नंबर 9416110073 पर संपर्क करके संपूर्ण प्रक्रिया की जा सकती है। किसी भी व्यक्ति ने नेत्रदान या शरीर का दान करना हो तो हेल्पलाइन नंबर के साथ संपर्क कर सकते हैं।