करनाल के झंझाड़ी में 26 दिसंबर गैंगवार में पुलिस ने अबतक चार आरोपियों को पकड़ा हुआ है। इस गैंगवार में गोल्डी और उसके परिवार के तीन लोग घायल हुए थे। करनाल पुलिस इस बड़े मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है। पुलिस ने रिमांड में लिए गए आरोपियों से हमले के लिए किसने और कितने रुपए की सुपारी दी थी, इस मामले में जानकारी जुटा रही है। एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि रिमांड के बाद पैसों का जिक्र क्लियर किया जाएगा। करनाल के दादुपुर गांव के विकास उर्फ पिंटू की हत्या का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया है।
इसमें नरेश अंजनथली मास्टरमाइंड निकला है। करनाल में यह गैंग सक्रिय है। वारदात करने के साथ एक दूसरे गैंग पर लगातार हमले कर रहा है।
26 दिसंबर को गोल्डी, उसके पिता और चाचा को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। पुलिस की सीआईए टू टीम ने आरोपी नरेश अंजनथली, सुनील वासी अंजनथली, शूटर राहुल वासी मुंदड़ी व सोनू वासी गांव मुंदड़ी को कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया था। एक आरोपी फरार चल रहा है। पुलिस उसको पकड़ने के लिए अलग-अलग जगह रेड कर रही है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि गोल्डी ने पिंटू की हत्या में बदमाश कृष्ण दादुपुर का सहयोग किया था। इसलिए गोल्डी पर केस दर्ज हुआ। गोल्डी अब जेल से बाहर आया हुआ था। झंझाड़ी स्थित अपनी दुकान में सीसीटीवी में यह वारदात कैद हुई थी।