आत्मनिर्भर बनाने के लिए छात्राओं को सिखाए मार्शल आर्ट के गुर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की और से चलाए गए मिशन साहसी का समापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर चलाए जा रहे मिशन साहसी का आज मंगलवार को समापन हो गया। आज गुरू तेग बहादुर पब्लिक स्कूल में प्रशिक्षण शिविर लगाकर चार स्कूलों की करीब 500 छात्राओं को सामूहिक रूप से आत्म रक्षा के गुर का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम रानी लक्ष्मी बाई जयंती के उपलक्ष्य में करवाया गया, जिसे परिषद ने छात्रा सप्ताह के रूप में मनाया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मेयर रेनू बाला गुप्ता व विशिष्ट अतिथि अभाविप के प्रदेश सह मंत्री गुरदीप राणा मौजूद रहे।
भारतवर्ष की बेटियों को आत्म रक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और उन्हें शारिरिक व मानसिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। परिषद की ओर से इस सप्ताह में चार स्कूलों की करीब 500 छात्राओं को ट्रेनिंग दी गई है ताकि उनके अंदर का डर बाहर निकल सके और उनका आत्मविश्वास बढ़े। गुरदीप राणा ने बताया कि परिषद का मकसद यह है कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके ताकि वे किसी पर निर्भर ना रहकर समय आने पर खुद की रक्षा स्वयं कर सकें।
संगठन मंत्री हितेश यादव ने कहा कि अपनी सोच बनाएं और लक्ष्य के लिए संघर्ष करें। सफलता अवश्य मिलेगी। कार्यक्रम में 10 वर्षीय श्रुति कादियान ने मार्शल आर्ट की अपनी प्रस्तुति दी जो आकर्षण का केंद्र रही। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने हाथों से इंटे व टाइलें तोड़ सभी को हैरान कर दिया।