इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल द्वारा गोद लिए गांव स्टौंडि में मंदिर प्रांगण में एक पौधरोपण कार्यकर्म का आयोजन किया गया इस दौरान इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डा पूनम कुमारी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की प्रदूषण का स्तर इन दिनों बहुत अधिक बढ़ रहा है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका अधिक से अधिक पेड़ लगाना है।
उदाहरण के लिए पेड़ों से घिरे क्षेत्र ख़ासकर गांव शुद्ध पर्यावरण को बढ़ावा देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये कम प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्र हैं। दूसरी ओर शहरी आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों में खराब प्रदूषण और कम पेड़ों की संख्या के कारण ख़राब गुणवत्ता की वायु है। प्रकृति का शृंगार इंसान के हाथ है और इंसान को चाहिए कि वह प्रकृति का शृंगार करें।
प्राकृतिक संतुलन, दैवी आपदा से मुक्ति तथा पृथ्वी को हराभरा बनाने के लिए पौधारोपण का विशेष महत्व है। सहायक क्षेत्रीय निदेशक डा अमित कुमार जैन ने कहा की लोगो को यह प्रण लेना चाहिए की अपने किसी ख़ास दिन को यादगार बनाने के लिए एक पौधा लगाए पौधारोपण कर अपना जन्मदिन मनाये, अपनी शादी की सालगिरह पर पौधा लगाए ऐसे खास दिन पर पौधारोपण करके हम वातावरण को हराभरा बना सकते हैं।
पौधे की समुचित देखभाल करें ताकि आपके द्वारा लगाए गए पौधे वृक्ष बन सकें। सहायक क्षेत्रीय निदेशक डा धर्म पाल ने कहा की हमें वन मित्र बनकर पौधे लगाकर उनकी रक्षा व पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। । पौधों को ज्यादा से ज्यादा लगाएं। एक जागरूक नागरिक का दायित्व निभाते हुए वन संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। भारत हमारा देश है। इसे महान बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
उन्होंने कहा की प्राकृतिक संतुलन को वृक्षारोपण अभियान से नियंत्रित किया जा सकता है। इस दौरान इग्नू के अनुभाग अधिकारी अशोक अरोड़ा, मोहन सिंह, जिला परिषद् चेयरमैन बारू राम, पंचायत मेंबर सूबे सिंह, पंडित जगदीश शर्मा, हरीश राणा, सचिन राणा, हरपाल राणा, परमजीत राणा, सुशिल राणा आदि उपस्थित रहे