समाधानांचल की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट संतोष यादव द्वारा हरियाणा के बाद अब पंजाब में शुरु की गई त्रिवेणी लगाने की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए आज सैंचूरी एनकलेव पार्क पटियाला में समाधानांचल की पंजाब प्रदेश की स्टेट हेड रीतिका बंसल के नेतृत्व में 305वीं त्रिवेणी लगाई गई और त्रिवेणी से होने वाले लाभों के बारे में अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर समाधानांचल की पंजाब प्रदेश की स्टेट हेड रीतिका बंसल ने बड़, नीम और पीपल (त्रिवेणी) के पौधे रोपित करते हुए कहा कि त्रिवेणी लगाना संसार का सबसे श्रेष्ठतम कार्य है। जब त्रिवेणी लगाते हैं तो पृथ्वी से एक एल्लास छलकता हुआ महसूस होता है। त्रिवेणी (बड़, नीम, पीपल) का शास्त्रोंं में विशेष महत्व है। हर इंसान को अपने जीवन में एक त्रिवेणी अवश्य लगानी चाहिए। जैसे-जैसे यह त्रिवेणी बढ़ती है वैसे-वैसे आपकी सुख-स्मृद्धि भी बढ़ती जाती है।
उन्होंने कहा कि हर इंसान के थोड़े-थोड़े योगदान से एक बड़ी चीज का निर्माण होता है। रातो-रात कुछ नहीं बदला जा सकता। जब एक बीज बोते हैं तो उसे भी बढऩे में समय लगता है। दूसरों की भलाई के लिए जो सांसे हमने जी हैं, वही जिन्दगी है। उन्होंने कहा कि ये त्रिवेणी एक साधारण वृक्ष ना होकर इसका अध्यात्मिक महत्व है। त्रिवेणी को शास्त्रों में स्थाई यज्ञ की संज्ञा दी गई है।
इस मौके पर शशि गर्ग ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जहां त्रिवेणी लगी होती है वहां हर पल-हर क्षण सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह चलता रहता है। हर वो इंसान जो श्रद्धाभाव एवं अध्यात्मिक भाव से इस त्रिवेणी को लगाता व लगवाता है या इसका पालन-पोषण करता है उसका कोई भी सात्विक कर्म विफल नहीं होता।
त्रिवेणी में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। त्रिवेणी हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि ये जो पर्यावरण की लड़ाई है वो न्याय की लड़ाई है। हम ये मानते हैं कि वन, जलवायु और पर्यावरण सभी के सांझे सरोकार हैं और इन सांझे सरोकारों का निबाह करना भी हम सभी का दायित्व है।
इस अवसर पर श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने कहा कि ये त्रिवेणी ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में भी मील का पत्थर साबित होंगी इसलिए हमें पर्यावरण के प्रति हमें कटिबद्ध होना चाहिए। यदि समय रहते वृक्षों का संरक्षण और नये पौधो का रोपण नहीं किया गया तो हमारी आने वाली पीढिय़ां शुद्ध वायु के लिए तरस जाएंगी और पूरी मानवता पर संकट खड़ा हो जाएगा इसलिए हम सभी को पर्यावरण के प्रति सचेत हो जाना चाहिए।